राजस्थान में चुनावी बिगुल बज चुका है. एक तरफ मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सरकार की उपलब्धियां गिनाने के लिए गौरव यात्रा के माध्यम से प्रदेश भ्रमण पर हैं. तो वहीं विपक्षी कांग्रेस राजे सरकार की कमियों को उजागर करने के लिए संकल्प रैली का सहारा ले रही है.
सिरोही जिले की बात करें तो यह राजस्थान का पर्वतीय एवं सीमावर्ती जिला है. पहले सिरोही रियासत बड़ी रियासतों में से एक थी. सिरोही रियासत का साम्राज्य काफी विस्तृत हुआ करता था. लेकिन आजाद के बाद सिरोही जिला बन गया और इसका काफी हिस्सा पाली व जालौर जिले में चला गया. प्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन माउंट आबू इसी जिले की पिंडवाड़ा आबू विधानसभा में हैं. तो वहीं जैन समुदाय की आस्था का केंद्र दिलवाड़ा जैन मंदिर भी सिरोही जिले में ही स्थित है. इसका निर्माण ग्यारहवीं और तेरहवीं शताब्दी के बीच हुआ था, यह शानदार मंदिर जैन धर्म के र्तीथकरों को समर्पित है.
सिरोही जिले की पिंडवाड़ा आबू विधानसभा क्षेत्र संख्या 147 की बात करें तो यह अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीट है और जालोर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है. 2011 की जनगणना के अनुसार यहां की जनसंख्या 330977 है जिसका 81.04 प्रतिशत हिस्सा ग्रामीण और 18.96 प्रतिशत हिस्सा शहरी है. वहीं कुल आबादी का 44.7 फीसदी आबादी अनुसूचित जनजाति और 10.77 फीसदी आबादी अनुसूचित जाति हैं.
2017 की वोटर लिस्ट के मुताबिक पिंडवाड़ा आबू विधानसभा में कुल 195399 मतदाता हैं और 185 पोलिंग बूथ हैं. साल 2013 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर 71.6 फीसदी मतदान हुआ था. वहीं 2014 लोकसभा चुनाव में 64.81 फीसदी मतदान हुआ था.
2013 विधानसभा चुनाव का परिणाम
साल 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के समाराम गरासिया ने कांग्रेस विधायक गंगाबेन गरासिया को 30855 वोटों के बड़े अंतर से पराजित किया. बीजेपी के समाराम गरासिया को 61453 और कांग्रेस की गंगाबेन गरासिया को 30598 वोट मिले थें.
2008 विधानसभा चुनाव का परिणाम
साल 2008 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की गंगाबेन गरासिया ने बीजेपी के दुर्गाराम को 3346 वोट से शिकस्त दी. कांग्रेस की गंगाबेन गरासिया को 40018 और बीजेपी के दुर्गाराम को 36672 वोट मिले थें.