राजनीतिक और ऐतिहासिक दृष्टिकोण से अहम राजस्थान का उदयपुर जिला हमेशा से मेवाड़ क्षेत्र की शक्ति का केंद्र रहा है. उदयपुर की 8 विधानसभा सीटों में सबसे अहम सीट उदयपुर नगर की है. सबसे लंबे समय तक राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे मोहन लाल सुखाड़िया उदयपुर नगर विधानसभा का ही प्रतिनिधत्व करते थे. सुखाड़िया को आधुनिक राजस्थान का संस्थापक भी कहा जाता है.
फिलहाल उदयपुर नगर विधानसभा सीट पर राजस्थान के कद्दावर नेता और गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया का कब्जा है. कटारिया लगातार तीसरी बार उदयपुर नगर विधानसभा से विधायक हैं और इस सीट का प्रतिनिधित्व 5 बार कर चुके हैं. कटारिया जैन समाज से आते हैं.
उदयपुर नगर विधानसभा संख्या 153 एक सामान्य सीट है. 2011 की जनगणना के अनुसार इस विधानसभा की कुल आबादी 3,75,860 है. आबादी के लिहाज से जैन बहुल उदयपुर नगर विधानसभा सीट पर ब्रह्मण दूसरे स्थान पर हैं. वहीं, कुल जनसंख्या की 10.96 फीसदी आबादी अनुसूचित जाति और 4.53 फीसदी आबादी अनुसूचित जनजाति है.
2017 की वोटर लिस्ट के अनुसार उदयपुर नगर विधानसभा में मतदाताओं की कुल संख्या 2,33,544 है और 216 पोलिंग बूथ हैं. साल 2013 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर 68.9 प्रतिशत मतदान हुआ था. जबकि 2014 के लोकसभा चुनाव में इस विधानसभा में 66.91 प्रतिशत मतदान हुआ था.
साल 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के कद्दावर नेता और राज्य के मौजूदा गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया ने लगातार तीसरी बार उदयपुर नगर विधानसभा विधानसभा से जीत दर्ज की. कटारिया ने अपने निकटकतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के दिनेश श्रीमाली को हराया. बीजेपी के गुलाब चंद कटारिया को 78,446 वोट जबकि कांग्रेस के दिनेश श्रीमाली को 53,838 वोट मिले.
2008 विधानसभा चुनाव का परिणाम
साल 2008 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के गुलाब चंद कटारिया नें वसुंधरा विरोधी लहर के बावजूद इस सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखा. कटारिया ने कांग्रेस के पू्र्व विधायक त्रिलोक पुरबिया को लगातार दूसरी बार मात दी. बीजेपी के गुलाब चंद कटारिया को 65706 वोट और कांग्रेस के त्रिलोक पुरबिया को 41197 वोट मिले थे.