राजस्थान के नागौर में दलित समाज के लोगों ने बड़ी संख्या में इकट्ठा होकर अपनी ताकत का अहसास कराया है. दरअसल, बीते 46 दिनों से अखिल भारतीय अंबेडकर महासभा के बैनर तले यहां के दलित समाज के लोग अपनी मांगों को लेकर अनशन पर बैठे थे. लेकिन सरकार और प्रशासन की अनदेखी से नाराज हैं. यही वजह है कि सोमवार को बड़ी संख्या में डीडवाना तहसील के नुआ गांव में एकत्र हुए.
अखिल भारतीय अंबेडकर महासभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष विद्या गौतम समेत अन्य दलित नेताओं ने हुंकार भरी. इस दौरान आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को समर्थन नहीं देकर तीसरे मोर्चे को वोट देने का एलान किया. उन्होंने भाजपा सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि हमारी अनदेखी भारी पड़ेगी और आगामी विधानसभा और लोकसभा के चुनाव में दलित समाज भाजपा को सबक सिखा कर रहेगा.
बता दें कि गौतम के नेतृत्व में अनशन में 3 दर्जन लोग भूख हड़ताल पर बैठे थे. उन्होंने सोमवार को भूख हड़ताल तो समाप्त कर दी लेकिन विद्या गौतम सिर्फ पानी-जूस ओर दूध जैसे तरल पदार्थ के सहारे अब अनशन पर रहेंगे. आगामी विधानसभा चुनाव तक इन का अनशन जारी रहेगा. यही नहीं, गौतम गांव- गांव घूमकर दलित समाज को संगठित करने का भी काम करेंगे.
विधायक हनुमान बेनीवाल भी पहुंचे
हजारों की संख्या में जुटे दलितों की सभा में तीसरा मोर्चा बनाने में जुटे निर्दलीय विधायक हनुमान बेनीवाल भी पहुंचे. बेनीवाल ने यहां पहुंचकर तीसरे मोर्चे के लिए समर्थन मांगा और दलितों के हक के लिए लड़ाई लड़ने का भरोसा दिलाया.
उन्होंने सरकार को संवेदनहीन बताते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी की केंद्र और राज्य की सरकारें गरीब दलित और पिछड़े वर्ग के लिए अब तक कुछ भी नहीं कर पाई है. उन्होंने आगे कहा कि ये सरकार पिछड़े वर्ग के लोगों को दबाने का प्रयास कर रही है. बता दें कि दलित समाज के भूख हड़ताल और धरने में हजारों की संख्या में लोग पहुंचे. इनमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं.