राजस्थान में जारी सियासी दंगल के क्लाइमेक्स का वक्त आ गया है. आज से राजस्थान में विधानसभा का सत्र शुरू हो गया है. शुरुआत में ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा में विश्वास मत प्रस्ताव पेश कर दिया. सत्र से पहले विधायकों को व्हिप जारी कर दिया गया है. भारतीय जनता पार्टी भी अविश्वास मत प्रस्ताव लाने की तैयारी में थी, लेकिन गहलोत ने पहले ही चाल चल दी. अशोक गहलोत ने दावा किया है कि उनकी सरकार आसानी से बहुमत साबित कर देगी. जिसके बाद गहलोत ने विश्वास मत में जीत भी हासिल की है.
बड़े अपडेट्स:
9.40PM: राजस्थान बीजेपी अध्यक्ष सतीश पूनिया का कहना है कि उन्हें गायब बीजेपी विधायकों की जानकारी नहीं थी. सदन स्थगित होने के बाद उन्हें पता चला कि बीजेपी के चार विधायक गायब हैं.
7.18PM: जयपुर और जैसलमेर के होटल में एक महीना बिताने के बाद कांग्रेस विधायकों ने जयपुर में फेयरमाउंट होटल खाली कर दिया है.
6.42 PM: सूत्रों के मुताबिक गुजरात जाने वाले बीजेपी विधायकों से वसुंधरा राजे ने कहा है कि वो गुजरात क्यों गए थे. यह बात गलत थी. इससे गलत संदेश गया है.
6.40 PM: राजस्थान विधानसभा में वोटिंग से पहले बीजेपी के चार विधायक सदन से गायब थे. उनका मोबाइल भी बंद था. इन विधायकों में आदिवासी क्षेत्र से आने वाले विधायक गिर्डी से कैलाश मीणा, दरियाबाद से गौतम मीणा, आसपुर से गोपीचंद मीणा और घाटोल से हरेंद्र निनामा शामिल थे. बीजेपी नेता इन विधायकों को वोटिंग कराने के लिए खोजते रहे. अंत में मजबूर होकर बीजेपी ने न तो वोट पर डिवीजन मांगा और न ही वोटिंग कराई.
5.45 PM: रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि आज प्रजातंत्र के कई कोनों में व्याप्त अंधकार के लिए राजस्थान का विश्वास मत एक नई रोशनी लेकर आया है. आज राजस्थान के 8 करोड़ नागरिकों के विकास की असीम संभावनाओं का विश्वास नफरत, नकारात्मकता और निराशा को परास्त कर जीत गया है.
सुरजेवाला ने कहा देश भर में बहुमत का चीरहरण करने वाली मोदी सरकार और बीजेपी ये जान ले की राजस्थान ने कभी हार नहीं मानी है, राजस्थान कभी हारा नहीं है. हम गोरे अंग्रेजों से लड़े तो आखरी सांस तक आज के काले अंग्रेजों से लड़ भी सविंधान और प्रजातंत्र की रक्षा करेंगे. यही विश्वास मत की जीत का सबक है.
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष गुलाब कटारिया ने मान ही लिया की उनके पास केवल 75 विधायक ही हैं. कांग्रेस के पास स्पष्ट 123 विधायकों का समर्थन साफ हुआ. अपने उपनेता राजेंद्र राठौड़ का कल का अविश्वास का दावा खुद ही खारिज किया. षड्यंत्र फेल, राजस्थान जीता. सत्यमेव जयते!
4.06 PM: राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने विश्वास मत जीत लिया है. ध्वनि मत से विश्वास प्रस्ताव पारित किया गया है. राजस्थान में 21 अगस्त तक सदन को स्थगित किया गया है.
3.37 PM: सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि मुझे विपक्ष के नेता द्वारा की गई टिप्पणियों की उम्मीद नहीं थी. मैं उनके तर्कों को खारिज करता हूं. कोरोना महामारी की स्थिति के बारे में आपने जो कहा है, मैं उससे निराश हूं. खुद प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई के मामले में राजस्थान एक आदर्श राज्य है. मैंने प्रधान मंत्री से इसकी लड़ाई के लिए राजस्थान की सराहना करने के लिए नहीं कहा. भीलवाड़ा मॉडल को सभी ने सराहा है.
3.05 PM: विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि घर के झगड़े को दूसरों के माथे मारने का प्रयास मत करो. जो वादे अपने किए थे ... अगर मंत्री कहे कि उनकी बात सुनी नहीं जाती, उनकी बातों का सम्मान नहीं होता तो इसमें हम क्या करें? क्या मेरी पार्टी से, मेरी दिल्ली की पार्टी से आदेश लेकर गए थे?
2.00 PM: राजस्थान विधानसभा में बोलते हुए पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि आज मैं सदन में आया तो देखा कि मेरी सीट पीछे रखी गई है. मैं आखिरी कतार में बैठा हूं. मैं राजस्थान से आता है, जो कि पाकिस्तान बॉर्डर पर है. बॉर्डर पर सबसे मजबूत सिपाही तैनात रहता है. मैं जब तक यहां बैठा हूं, सरकार सुरक्षित है.
1.30 PM: मंत्री शांति धारीवाल ने सदन में कहा, 'अमित शाह हिसाब मांग कर रहेगा, छोड़ेगा नहीं'. इस पर राजेंद्र राठौड़ ने आपत्ति जताई और कहा कि इस तरह केंद्रीय गृहमंत्री का नाम नहीं लिया जा सकता. इस पर मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि बात साफ है, पैसा दिया था तो हिसाब मांगा ही जाएगा.
1.22 PM: संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने बीजेपी नेताओं से कहा कि अमित शाह आपको माफ नहीं करेंगे. वह जवाब मांगेंगे. शांति धारीवाल ने कहा कि जिस तरह से महाराणा प्रताप ने विरोधियों को हराया, उसी तरह अशोक गहलोत ने हराया. राजस्थान में ना किसी शाह की चली, ना तानाशाही की चली.
1.18 PM: विधानसभा में बीजेपी के नेता हंगामा कर रहे हैं. मंत्री शांति धारीवाल बोल रहे थे, तभी बीजेपी विधायक मदन दिलावर ने हंगामा शुरू कर दिया. स्पीकर सीपी जोशी ने मदन दिलावर और बाकी विधायकों को चेतावनी दी.
1.06 PM: संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने विधानसभा में कहा कि यह सदन मंत्री परिषद और सरकार में विश्वास प्रकट करता है. इस तरह से सदन में विश्वास मत रख दिया गया है.
11.50 AM: कांग्रेस नेता कृष्णा पूनिया ने कहा कि बारिश की वजह से विधायकों को सत्र में आने में देरी हुई, हर कोई सावधानी बरत रहा है. हम एक महीने से होटल में थे, लेकिन आजाद थे.
11.15 AM: विधानसभा में कांग्रेस ने विश्वास मत प्रस्ताव रख दिया है. अभी सदन की कार्यवाही एक बजे तक स्थगित कर दी गई है.
11.07 AM: विधानसभा सत्र में चीन बॉर्डर पर शहीद हुए 20 जवानों को श्रद्धांजलि दी गई. विधानसभा सत्र की लाइव कार्यवाही यहां देखें..
11.05 AM: विधानसभा का सत्र शुरू हो गया है. सत्र से पहले अशोक गहलोत ने ट्वीट कर लिखा कि सत्य की जीत होगी.
As the Legislative Assembly session begins today, It would be the victory of the people of #Rajasthan and the unity of our Congress MLAs, it would be a victory of truth: Satyamev Jayate.
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) August 14, 2020
11.04 AM: कुछ ही देर में विधानसभा का सत्र शुरू होने वाला है, सभी विधायक सदन में पहुंच गए हैं. गहलोत गुट के विधायक बसों में पहुंचे, जबकि पायलट गुट के विधायक अपनी गाड़ियों से आए हैं.
10.30 AM: राजस्थान में अब से कुछ देर में विधानसभा का सत्र शुरू होगा. कांग्रेस ने सभी विधायकों को व्हिप जारी कर दिया है. अशोक गहलोत सदन शुरू होते है विश्वास मत रख सकते हैं.
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10.20 AM: बीजेपी की ओर से भी अविश्वास मत प्रस्ताव की तैयारी है, लेकिन विधायकों के लिए व्हिप जारी नहीं किया गया है. हालांकि, सभी विधायकों से कांग्रेस के संपर्क में ना आने को कहा है.
हाथ मिले, क्या दिल मिलेंगे?
करीब एक महीने की बगावत के बाद सचिन पायलट वापस जयपुर लौटे. गुरुवार की शाम को सचिन पायलट, अशोक गहलोत की मुलाकात हुई. दोनों ने एकदूसरे से हाथ मिलाया, फोटो खिंचवाई लेकिन चेहरे के भाव ना पता चल सके क्योंकि दोनों ने मास्क पहना हुआ था. कांग्रेस ने बैठक में भाजपा को हराने का संदेश दिया और बीजेपी पर ही सरकार गिराने का आरोप लगा दिया.
हालांकि, अशोक गहलोत ने ये भी कहा कि अगर 19 विधायक साथ ना आते, तो भी वो बहुमत साबित कर देते. लेकिन अब सबकुछ भुलाकर आगे बढ़ेंगे. साफ है कि पार्टी आलाकमान के कहने पर भले ही अभी दोनों साथ आए हों, लेकिन तल्खी अभी भी बरकरार है. बीजेपी के अविश्ववास प्रस्ताव के जवाब में सीएम अशोक गहलोत ने खुद ही विश्वास प्रस्ताव लाने की बात कह दी है.
बहुजन समाज पार्टी से कांग्रेस में विलय करने वाले विधायकों का केस अभी अदालत में है. इस बीच बसपा ने एक बार फिर अपने विधायकों से व्हिप जारी कर कांग्रेस के खिलाफ वोट करने को कहा है.
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सत्र में भाजपा खोलेगी मोर्चा
विधानसभा सत्र की शुरुआत भारतीय जनता पार्टी अविश्वास प्रस्ताव लाकर करेगी. बीजेपी ने गुरुवार को विधायकों संग बैठक की, जिसमें दिल्ली से गए नेता, वसुंधरा राजे और अन्य लोग शामिल हुए. वसुंधरा ने इस दौरान अशोक गहलोत सरकार पर आरोप लगाया और कहा कि बीजेपी में फूट डालने की कोशिश की जा रही है. बैठक के बाद ही बीजेपी की ओर से प्रस्ताव लाने की बात कही गई.
क्या कहता है विधानसभा का आंकड़ा?
राजस्थान विधानसभा में कुल 200 सीटें हैं यानी बहुमत के लिए 101 का आंकड़ा चाहिए. लेकिन, कांग्रेस में बीते दिनों मची उथलपुथल से ये आंकड़ा मुश्किल दिख रहा था हालांकि अब दोनों गुट साथ आ गए हैं. ऐसे में कांग्रेस के पास अपने 107 मिलाकर कुल 125 विधायकों का समर्थन है, जबकि बीजेपी के पास कुछ 75 विधायकों का समर्थन है.