राजस्थान में सियासी उठापटक अभी तक थमी नहीं है. 14 अगस्त को विधानसभा का सत्र शुरू होना है, ऐसे में कांग्रेस से लेकर भारतीय जनता पार्टी तक के खेमे में हलचल बढ़ी हुई है. भारतीय जनता पार्टी के विधायक मदन दिलावर ने बहुजन समाज पार्टी के उन विधायकों को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका डाली है, जिन्होंने कांग्रेस में विलय किया था.
बीजेपी विधायक की ओर से हरीश साल्वे ने अदालत में कहा कि बसपा ने खुद विधायकों के विलय से इनकार किया है, ऐसे में ये मान्य नहीं हो सकता. अदालत अब इस मामले की सुनवाई मंगलवार को करेगा.
इंडिया टुडे से बात करते हुए मदन दिलावर ने कहा कि वो चाहते हैं कि इन 6 विधायकों को वोट ना डालने दिया जाए, इसलिए सुप्रीम कोर्ट तक आवाज़ पहुंचाई है.
बता दें कि इस मामले में मदन दिलावर की ओर से राजस्थान हाई कोर्ट में भी याचिका डाली गई थी, लेकिन हाई कोर्ट ने विलय पर कोई स्टे नहीं लगाया. हालांकि, स्पीकर-बसपा विधायकों को नोटिस जरूर दिया है. इस बीच बीजेपी विधायक ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया.
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कौन मारेगा राजस्थान में बाजी?
विधानसभा का सत्र शुरू होने से पहले भाजपा में भी हलचल शुरू हुई है. बीजेपी पहले अपने कुछ विधायकों को मध्य प्रदेश और गुजरात भेज रही थी, कुछ चले भी गए थे लेकिन वसुंधरा समर्थक विधायकों ने जाने से इनकार कर दिया. इस वजह से अब 11 तारीख को जयपुर में ही बीजेपी-RLP विधायकों की बैठक बुलाई है, ये बैठक मंगलवार शाम चार बजे होगी. बीजेपी को डर है कि वसुंधरा समर्थक कुछ विधायक अशोक गहलोत के पाले में जा सकते हैं.
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दूसरी ओर गहलोत गुट पहले ही विधायकों को इकट्ठा करने में लगा हुआ है और लंबे वक्त से सभी विधायक होटल में हैं. हालांकि, सचिन पायलट गुट की ओर से काफी दिनों से कोई पत्ता नहीं खोला गया है लेकिन बीते दिनों बयान दिया गया था कि वो विधानसभा सत्र में शामिल होंगे. ऐसे में अब हर किसी की नजर 14 अगस्त से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र पर है.