राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी को लेकर अचानक बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से दिल्ली जाकर मिलने के बाद राजस्थान में मंत्रिमण्डल में फेरबदल और पार्टी संगठन में बदलाव के कयास लगाए जा रहे हैं. ढ़ाई सालों से निगम और बोर्डों में राजनैतिक नियुक्ति के इंतजार में बैठे बीजेपी कार्यकरताओं में भी लालबत्ती मिलने की उम्मीद बढ़ गई है.
इस तरह की चर्चा है कि जहां बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी को राज्य में संगठन की नई टीम बनाने के लिए हरी झंडी दे दी गई है. वहीं मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को भी अपने मंत्रिमण्डल विस्तार के लिए अनुमति मिल गई है. राज्य में जल्दी हीं मंत्रिमण्डल विस्तार हो सकता है. नए मंत्री बनाने के साथ ही करीब दो दर्जन निगम और बोर्ड अध्यक्ष पदों पर भी राजनैतिक नियुक्तियों को लेकर बीजेपी अध्यक्ष अमीत शाह से चर्चा हुई है.
साथ हीं राज्य से बीजेपी के ऐसे नेताओं की सूची भी मांगी गई है जिन्हें उत्तर प्रदेश में चुनावी जिम्मदारी दी जा सकती है. इस चर्चा के दौरान पार्टी के राज्य प्रभारी वी सतीश भी मौजूद रहे. राजस्थान में मंत्रिमंडल में फेरबदल की चर्चा पिछले तीन महीने से चल रही है. बताया जाता है कि इसबार के मंत्रिमण्डल में राज्यमंत्री बड़ी संख्या में हटाए जा सकते हैं.
प्रदेश में फिलहाल मुख्यमंत्री संमेत 26 मंत्री हैं जबकि 30 मंत्री बनाए जा सकते हैं. ऐसे में अगर चार-पांच मंत्री हटते हैं तो सात-आठ नए चेहरों को मौका मिल सकता है. माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले मंत्रियों के साथ-साथ बोर्ड और निगमों के अध्यक्ष पद पर बैठने वाले नेताओं के नाम अमित शाह के साथ मीटिंग में तय हो चुके हैं.
इसी तरह से मोदी मंत्रीमण्डल से हटाए गए जाट नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री सांवराल जाट को भी राज्य में सोशल इंजीनियरिंग के तहत किसान आयोग के अध्यक्ष बनाने पर भी सहमति हो गई है. सूत्रों के अनुसार दिवाली से पहले वसुंधरा राजे और अशोक परनामी अपनी नई टीम बना सकते हैं. इसकी जल्दी घोषणा होनेवाली है.