लीडर वही होता है, जो समाज को सही राह दिखाता है. मगर राजस्थान में बीजेपी के एक विधायक उलटी ही गंगा बहाते दिखे. इन विधायक ने लोगों को ड्रग्स की तस्करी से बाज आने के लिए कहा, लेकिन लगे हाथ ये सलाह भी दे डाली कि अगर तस्करी करनी ही है तो सोने की करो. विधायक ने ये भी कहा ड्रग्स के मुकाबले सोने की तस्करी में जमानत आसानी से मिल जाती है और सोना भी वापस मिल जाता है.
राजस्थान के जोधपुर जिले के बिलारा शहर से विधायक अर्जुन लाल गर्ग की ओर से एक जनसभा में दिए इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. वीडियो 7 मई को बिलारा के जैतवास गांव में एक मंदिर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान रिकॉर्ड किया गया, बताया जा रहा है.
वीडियो में विधायक को देवासी समाज को संबोधित करते हुए ये कहते सुना जा सकता है- ‘नशा प्रवृत्ति आने वाली जिंदगी को खराब कर देगी. मेरे जोधपुर जिले में एनडीपीएस एक्ट में कई लोग बंद हैं. देवासी समाज ने तो तस्करी में बिश्नोई समाज का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया है. देवासी समाज अफीम व अन्य की तस्करी छोड़ सोने की तस्करी करें. अगर दो नंबर का ही धंधा करना है तो क्यों ना सोने का धंधा करें. अफीम और सोने की तस्करी के भाव बराबर ही है. अगर सोने की तस्करी में पकड़े भी गए तो सोना वापस मिल जाएगा और जमानत भी आसानी से हो जाएगी, लेकिन अफीम डोडा वापस नहीं मिलता और सजा भी लंबी होती है.’
वीडियो में विधायक गर्ग ये भी कह रहे हैं, 'बुजुर्ग लोग आज यहां पर सबको संकल्प दिलाएं कि दूसरे धंधे ना करके सोने का धंधा करेंगे. अगर दो नंबर का ही धंधा करना है तो सोने की तस्करी करेंगे ताकि जमानत कराएं तो गर्व से कह सकें कि 10 किलो की सोने की तस्करी में पकड़ा गया है. मगर 10 किलो अफीम की बात आएगी तो सबको वहां से भागना पड़ेगा.’
हालांकि क्षेत्र के लोगों ने गर्ग से सहमति नहीं जताई. उन्होंने कहा कि ये कहना गलत है कि जेल में देवासी समुदाय के लोग बड़ी संख्या में बंद हैं. उनका ये भी कहना था कि तस्करी किसी भी चीज की हो गैर कानूनी है, उसे जायज नहीं ठहराया जा सकता.