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राजस्थानः कांग्रेस के घमासान में BJP की फजीहत, अब डैमेज कंट्रोल मोड में पार्टी

राजस्थान में सियासी संकट टल गया दिखता है और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट दोनों के बीच मुलाकात हुई. साथ ही दोनों हंसते हुए भी नजर आए. लेकिन इस पूरे सियासी लड़ाई में बीजेपी को खासा नुकसान हुआ. उस पर सरकार गिराने और विधायकों के खरीद-फरोख्त के कई आरोप भी लगे. बदनामी मिली सो अलग.

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गहलोत सरकार के खिलाफ बीजेपी लाएगी अविश्वास प्रस्ताव (फाइल-पीटीआई)
गहलोत सरकार के खिलाफ बीजेपी लाएगी अविश्वास प्रस्ताव (फाइल-पीटीआई)

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  • गहलोत सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश करेगी बीजेपी
  • वसुंधरा के 10 विधायकों के इंतजाम से बीजेपी में मचा था हड़कंप
  • जयपुर एयरपोर्ट पर 3 दिन चॉपर रहे, लेकिन नहीं आए विधायक
  • तारीखों के ऐलान के बाद भी बीजेपी की बैठक बार-बार टलती रही

राजस्थान में कांग्रेस सरकार के सियासी ड्रामे में सबसे ज्यादा नुकसान भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को हुआ है. बीजेपी पर कांग्रेस के विधायकों के खरीद-फरोख्त के आरोप लगे. बीजेपी के ऊपर हरियाणा के मानेसर होटल में कांग्रेस के विधायकों के आवाभगत के आरोप लगे और आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सचिन पायलट एक साथ बैठकर मुस्कुरा रहे हैं.

दरअसल, जिस तरह से कांग्रेस में बगावत हुई थी बीजेपी में भी उसी बगावत का डर कांग्रेस की फूट के बाद सामने आने लगा था. बीजेपी को भनक लगी कि कांग्रेस उनके कई विधायकों से संपर्क साध रही है और वसुंधरा राजे ने अशोक गहलोत को आश्वासन दे रखा है कि कम से कम 10 विधायकों का इंतजाम कर देंगी तो इसके बाद बीजेपी में हड़कंप मच गया.

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इस बात में सच्चाई हो या ना हो, बीजेपी ने जब जयपुर एयरपोर्ट पर तीन चॉपर उतार दिए कि वसुंधरा राजे समर्थक विधायकों को गुजरात भेजा जाएगा. लेकिन झालावाड़ धौलपुर समेत कुछ दूसरे जिले के विधायकों ने जाने से मना कर दिया और 3 दिन तक बीजेपी के तीन चॉपर जयपुर एयरपोर्ट पर खड़े रहे.

बीजेपी नेता फोन करते रहे मगर वसुंधरा समर्थकों ने यह कह कर जाने से मना कर दिया कि जब तक मैडम का आदेश नहीं होगा, वह कहीं नहीं जाएंगे. इसके बाद बीजेपी ने तय किया कि 10 अगस्त को सभी विधायकों को जयपुर बुलाया जाएगा और 11 अगस्त से इनकी बाड़े बंदी जयपुर के क्राउन प्लाजा होटल में होगी.

लेकिन बीजेपी की सारी तैयारी धरी रह गई क्योंकि सचिन पायलट दिल्ली में प्रियंका गांधी और राहुल गांधी से मिलने पहुंच गए.

टलती रही बीजेपी की बैठक

उसके बाद तय हुआ कि बीजेपी की बैठक अब 11 अगस्त को बीजेपी कार्यालय जयपुर में होगी मगर बैठक नहीं हो पाई. फिर तय हुआ कि 12 अगस्त को जयपुर में बैठक होगी फिर भी बैठक नहीं हो पाई.

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आखिर में 13 अगस्त को बीजेपी दफ्तर में बीजेपी विधायक दल की बैठक हुई जिसमें पर्यवेक्षक के रूप में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर आए और उनके साथ बीजेपी नेता अविनाश राय खन्ना संगठन सचिव भी सतीश और मुरलीधर राव शामिल हुए.

यह तय किया गया कि 14 अगस्त को जैसे ही विधानसभा का सत्र शुरू होगा बीजेपी अविश्वास प्रस्ताव पेश करेगी. यह घोषणा करते हुए नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि कांग्रेस दो फाड़ हो गई है जिसकी सिलाई की कोशिश आलाकमान कर रही हैं, मगर यह सरकार चलने वाली नहीं है और खुद गिरेगी.

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बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि देखिए किस तरह से विधायकों पर खरीद-फरोख्त का आरोप लगाकर मानेसर के और दिल्ली में होटल के बाहर स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप और एंटी करप्शन ब्यूरो के पुलिस वाले बैठे रहते थे और आज उन्हीं विधायकों से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मुख्यमंत्री निवास में बातचीत कर रहे हैं.

अरसे बाद बैठक में आईं वसुंधरा

साफ दिखाता है कि किस तरह से जांच एजेंसियों का दबाव बनाकर विधायकों को डराया धमकाया गया और अगर वह अपराधी हैं तो फिर मुख्यमंत्री निवास में मुख्यमंत्री के पास क्यों बैठे हैं.

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वसुंधरा राजे लंबे अरसे बाद आज गुरुवार को बीजेपी कार्यालय में आईं मगर उन्होंने मीडिया से कोई बातचीत नहीं की. विधायक दल की बैठक में उन्होंने कहा कि 10 साल हमने पार्टी की सेवा की है और राजमाता ने हमें खुद से आगे पार्टी को रखना सिखाया है.

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