राजस्थान विधानसभा का संविधान पर चर्चा के लिए बुलाया गया दो दिवसीय सत्र आज शुक्रवार को खत्म हो गया. मगर कांग्रेस-बीजेपी के आरोप-प्रत्यारोपों के बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर सर्वाधिक चर्चा रही.
बोलते रहे 'मुख्यमंत्री जी, मुख्यमंत्री जी'
दरअसल, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जब विधानसभा में बोलने के लिए उठे तो विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को बार-बार मुख्यमंत्री जी कह कर संबोधित कर रहे थे. अंत में उन्होंने कहा कि आज ना जाने क्या हो रहा है कि अध्यक्ष जी मैं आपको बार-बार मुख्यमंत्री जी कहकर संबोधित कर रहा हूं, ना जाने आगे क्या होने वाला है.
इतना सुनते ही कांग्रेस के सभी विधायक और मंत्री एक दूसरे का मुंह देखने लगे. बात इतनी हल्की नहीं थी कि कोई हंस पाता, क्योंकि मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर पहले से ही अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच रस्साकशी चल रही है.
गहलोत के बोलने के बाद चर्चा गर्म
इस बात को लेकर यह चर्चा रही कि अशोक गहलोत के मुंह से कुछ भी यू नहीं निकलता है. काफी दिनों से लोगों में चर्चा इस बात को लेकर है कि अशोक गहलोत कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की जगह ले सकते हैं और ऐसे में वह अपने किसी पसंद के व्यक्ति को मुख्यमंत्री बना कर जाना चाहेंगे.
जब अशोक गहलोत ने अपने भाषण खत्म किया तो उन्होंने कहा कि राजस्थान का बच्चा-बच्चा यह चाहता था कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बने. मैं किसी के चाहने और नहीं चाहने से मुख्यमंत्री नहीं बना बल्कि राजस्थान की जनता की पसंद अशोक गहलोत था.
बगल में बैठे रहे सचिन पालयट
अशोक गहलोत का इस तरह से बोलकर भाषण का अंत करने के अंदाज को लेकर विधानसभा में चर्चा रही. उनके ठीक बगल में उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट गंभीर अवस्था में बैठे हुए थे. संविधान पर चर्चा के लिए बुलाए गए विधानसभा सत्र में अशोक गहलोत का इस तरह से मुख्यमंत्री पद को लेकर चर्चा करना राजस्थान में चर्चा का विषय बना हुआ है.