राजस्थान के जालोर में 9 साल के दलित छात्र की मौत के मामले में बवाल जारी है. परिजनों का आरोप है कि सुराणा गांव के स्कूल में टीचर छैल सिंह ने बच्चे की पिटाई की थी, जिससे उसके कान की नस फट गई और उसकी मौत हो गई. दलित छात्र तीसरी क्लास में पढ़ता था. इस मामले पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आजतक से बात की.
उन्होंने कहा कि किसी भी बच्चे को मौत होना बड़ी बात है. घटना के बाद बड़े कदम उठाए गए, ताकि कार्रवाई जल्दी हो सके. आदेश दिए गए कि इस मामले में FIR दर्ज करनी ही पड़ेगी. हालांकि गहलोत ने इस मुद्दे पर खुद की राय देने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि घटना में एक टीचर को गिरफ्तार किया गया है. राज्य का सिस्टम इस मुद्दे पर काम कर रहा है.
गहलोत ने आगे कहा कि भाजपा के दलित विधायक खुद कह रहे हैं कि ऐसा नहीं हुआ है. लेकिन कोई इस मसले पर क्या कमेंट करता है, यह उस पर ही निर्भर करता है. सीएम गहलोत ने कहा कि उन्होंने किसी को भी पीड़ित के परिजनों से मिलने से नहीं रोका है. जो भी चाहे वह उनसे मिलने जा सकता है.
अशोक गहलोत ने आगे कहा, 'सोनियाजी, राहुल गांधीजी ने कहा कि पीड़ित की मदद करनी चाहिए तो प्रदेश कांग्रेस ने उनकी मदद कर दी. हमने पीड़ित परिवार से कहा है कि आपका पूरी तरह से सहयोग किया जाएगा. अगर पीड़ित का परिवार चाहता है तो राजस्थान सरकार सीबीआई जांच कराने के लिए भी तैयार है.
उन्होंने एक दूसरी घटना का जिक्र करते हुए कहा कि अभी एक घटना हुई थी, जिसमें एक बच्ची के साथ बलात्कार का आरोप लगा था. मामले की जांच पूरी होने पर पता चला कि वह सड़क हादसे की घटना थी, जिसमें बच्ची की मौत हो गई थी.
सीएम गहलोत ने कहा कि हमारे देश में छूआछूत का मामला सामने आना मानवता पर कलंक है. भाजपा को आपस में चर्चा कर हमें सहयोग करना चाहिए. हिंदू राष्ट्र की बात करने से पहले उन्हें ये कलंक मिटाना चाहिए.
सचिन पायलट से जुड़े सवाल पर गहलोत ने कहा कि अगर उनको मीडिया से बात करनी है तो इसमें कोई दिक्कत नहीं है. सही मुद्दे को लेकर कोई आलोचना करता है तो उनकी सलाह ली जाएगी. गहलोत ने तंज कंसते हुए कहा,'हम अमित शाह या नरेंद्र मोदी नहीं हैं.