राजस्थान (Rajasthan) के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने बुधवार को ऐलान किया कि वह कभी भी राजनीति से संन्यास नहीं लेंगे. उनका मानना है कि बुढ़ापे में नेता राजनीति नहीं करेगा तो क्या करेगा. सीएम ने इस दौरान यह भी कहा कि राजनीति में आने वाले युवाओं की रगड़ाई (Grooming) होनी चाहिए. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर में कॉन्स्टिट्यूशन क्लब भवन के शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बात कही.
सीएम गहलोत ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी कहते हैं कि 75 पार नेताओं को घर बैठा दो, लेकिन हम ऐसा नहीं मानते हैं. हम तो जब तक जीवित रहेंगे तब तक राजनीति करेंगे, इसलिए अपने लिए कॉन्स्टिट्यूशन क्लब का इंतज़ाम कर रहा हूं ताकि यहां आकर बैठ सकूं.
'युवा नेताओं की रगड़ाई ज़रूरी'
वरिष्ठ कांग्रेस नेता गहलोत ने इस बार सचिन पायलट का नाम तो नहीं लिया, लेकिन इशारों इशारों में उनके लिए बोले गए डायलॉग को एक बार फिर से दोहराया, और कहा कि राजनीति में जो युवा आ रहे हैं, उनके लिए अंग्रेज़ी में ग्रूमिंग कहा जाता है, मगर मैं उसे रगड़ाई कहता हूं. युवा नेताओं की रगड़ाई ज़रूरी है.
बीजेपी नेताओं की खिंचाई
गहलोत ने इस मौक़े पर बीजेपी नेताओं की भी खिंचाई की. कहा कि कटारिया जी आ गए हैं, मगर पूनिया जी नहीं आए. उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ पर चुटकी लेते हुए कहा, इन्हें हर तरन्नुम में गाना आता है. ये वसुंधरा जी के ख़ास थे और इन्हीं के कहने पर हाउसिंग बोर्ड को वसुंधरा जी बंद कर रही थीं. दरअसल, करीब 80 से 100 करोड़ की लागत से यह क्लब हाउसिंग बोर्ड ही बना रहा है.
'प्रदेश का नाम इतिहास में दर्ज होगा'
मुख्यमंत्री गहलोत ने ट्वीट में लिखा, कई फैसले ऐसे होते हैं, जो इतिहास में दर्ज होते हैं. जयपुर में कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ राजस्थान के निर्माण से प्रदेश का नाम इतिहास में दर्ज होगा. विभिन्न राजनीतिक दलों के विधायक इस क्लब में बैठकर सार्थक चर्चा करेंगे. इससे लोकतंत्र और संवैधानिक मूल्यों को मजबूती मिलेगी. विधायक आवास परियोजना भी हमारी सरकार की इच्छाशक्ति से मूर्तरूप ले रही है.
कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ राजस्थान के शिलान्यास एवं भूमि पूजन कार्यक्रम को संबोधित किया। कई फैसले ऐसे होते हैं, जो इतिहास में दर्ज होते हैं। जयपुर में कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ राजस्थान के निर्माण से प्रदेश का नाम इतिहास में दर्ज होगा। pic.twitter.com/vQhOSvuwj9
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) February 9, 2022
उन्होंने आगे कहा कि विधायक आवास परियोजना और कॉन्स्टीट्यूशन क्लब की कल्पना को साकार रूप देने में सहयोग के लिए विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी, नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के साथ ही सभी विधायकों को साधुवाद. सभी के सहयोग से यह परियोजना साकार हो रही है.
उधर, 9 फरवरी से शुरू हुए राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान बीजेपी समेत पूरे विपक्ष के विधायकों ने REET परीक्षा पेपर आउट मामले के खिलाफ हाथों में तख्तियां लेकर विरोध जताया.