राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस के बागियों पर सॉफ्ट होते नजर आ रहे हैं. उन्होंने अपने एक ताजे बयान में कहा है कि जो लोग सरकार गिराने की साजिश में लगे थे अगर वह आलाकमान के पास जाते हैं और आलाकमान उन्हें माफ कर देता है तो मैं उन्हें गले लगा लूंगा. मुझे पार्टी ने बहुत कुछ दिया है तीन बार मुख्यमंत्री था प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष रहा मैं जो भी कर रहा हूं पार्टी और जनता की सेवा के लिए कर रहा हूं मेरा इसमें अपना कुछ भी नहीं है.
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि बीजेपी चुनी हुई सरकारों को गिराने के खेल में लगी है और लोकतंत्र को बचाने के लिए हमें यह सब करना पड़ रहा है. यह सब करते हुए हमें अच्छा नहीं लगता.
बीजेपी पर हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि वसुंधरा राजे बड़ी नेता हैं. उनसे टक्कर लेने के चक्कर में राजेंद्र राठौर और सतीश पूनिया सरकार गिराने की साजिश में लगे हैं. वसुंधरा राजे को नीचा दिखाने के लिए सब हो रहा है. वसुंधरा जी का पता नहीं है कि आजकल वह कहां हैं. गुलाबचंद कटारिया, मीडिया के सामने हमें गालियां देते हैं मगर उनकी भी क्या सोच है पता है.
उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री को दो बार मौका दिया लोगों ने. उन्होंने थाली बजवाई, ताली बजवाई, बेल बजवाई, मोमबत्ती जलवाई, लोगों ने उनकी बात पर विश्वास किया. ये बहुत बड़ी बात है. इसलिए प्रधानमंत्री को चाहिए कि राजस्थान में जो तमाशा चल रहा है उसे बंद करवाएं. यहां पर विधायकों की खरीद-फरोख्त की रेट बढ़ रही है. यह क्या तमाशा है?'
WATCH: ...Prime Minister should stop the 'tamasha' going on in Rajasthan. The rate for horse-trading has increased here. What 'tamasha' is this?: Rajasthan Chief Minister Ashok Gehlot in Jaisalmer pic.twitter.com/W9s9THllBJ
— ANI (@ANI) August 1, 2020
उन्होंने कहा कि मैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक चिट्ठी लिखूंगा कि उन्हें कोरोना के बढ़ते हुए मामलों पर देश के बाकी मुख्यमंत्रियों के साथ एक और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करनी चाहिए.
इससे पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर राज्य की सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अमित शाह हर वक्त सरकार गिराने के बारे में सोचते हैं.
राजस्थान: बीजेपी का तंज- सरकार बचाने के लिए जैसलमेर भागे, अब आगे पाकिस्तान
सीएम गहलोत ने कहा, 'अमित शाह का नाम मैं बार-बार इसलिए लेता हूं कि फोरफ्रंट पर वो ही आते हैं. कर्नाटक के लिए भी, एमपी के लिए भी, गोवा हो, मणिपुर हो, अरुणाचल प्रदेश हो, तो मजबूरी में कहना पड़ता है कि अमित शाह जी आपको क्या हो गया है? आप रात-दिन, जागते-सोते हर वक्त सोचते हो किस तरह मैं गवर्नमेंट को गिराऊं.'
उन्होंने कहा, 'चुनी हुई सरकारें यदि इस तरह से गिरने लगेंगी, तो देश में डेमोक्रेसी कहां बचेगी? पूरे देश के अंदर डेमोक्रेसी बचाने का अभियान हम चला रहे हैं. डेमोक्रेसी बचे, पार्टियां आएंगी-जाएंगी, सरकारें बनेंगी-जाएंगी, व्यक्ति आएंगे जाएंगे, लेकिन डेमोक्रेसी नहीं रहेगी तो देश का क्या होगा?'
राजस्थानः विधायकों के जैसलमेर जाने पर बोले सीएम गहलोत, सरकार बचाना भी जरूरी
जाहिर है लगभग एक महीना होने को है, लेकिन राजस्थान का सियासी संकट खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को समर्थन देने वाले कांग्रेस के सभी विधायकों को जैसलमेर शिफ्ट किया गया है.
गहलोत का बागी विधायकों पर तंज- सत्र तय होने से बढ़ गया रेट, किस्त नहीं ली हो तो वापस आ जाएं
जैसलमेर जाने वाले अशोक गहलोत गुट के 2 विधायकों की तबीयत खराब हो जाने की वजह से शनिवार को सूर्यगढ़ फोर्ट में डॉक्टर को बुलाना पड़ा. जैसलमेर में दोपहर 12:00 बजे तापमान 40 डिग्री तक पहुंच गया था. ऐसे में कहा जा रहा है कि कई विधायकों को घबराहट महसूस हो रही है.