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वसुंधरा राजे ने शिक्षकों का किया सम्मान, छात्रों को बांटी लैपटॉप, स्कूटी

शिक्षक दिवस के मौके पर वसुंधरा राजे के कार्यकाल में नौकरी पर रखे गए शिक्षकों का राजस्थान सरकार ने सम्मान किया. इस मौके पर स्कूली छात्र-छात्राओं को साइकिल, लैपटॉप और स्कूटी बांटने की झड़ी लगा दी. इसे आगामी चुनावों से जोड़कर देखा जा रहा है.

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सम्‍मान कार्यक्रम में सीएम राजे
सम्‍मान कार्यक्रम में सीएम राजे

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राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले जनता के लिए सौगातों की बारिश शुरू हो गई है. प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने शिक्षक दिवस के मौके पर बुधवार को शिक्षकों को सम्मानित किया. साथ ही समारोह में स्कूली छात्र-छात्राओं को लैपटॉप, साइकि‍ल और स्कूटी बांटते हुए एक तरह से उपहारों की झड़ी लगा दी.

राजे ने जयपुर के अमरूदों के बाग में आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह में 14 लाख लड़कियों को भगवा रंग की साइकिल बांटी है. करीब 15 हजार छात्राओं को स्कूटी बांटी और 90 हजार छात्र-छात्राओं को लैपटॉप दिए.

मौका तो शिक्षक सम्मान समारोह का था, लेकिन इस पर पूरी तरह से चुनावी रंग छाया हुआ था. सीएम ने दिसंबर 2013 में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद यानी उनके कार्यकाल में नौकरी पाए 51 हजार शिक्षकों की सभा बुलाई थी. जहां पर सीएम के हाथों इन शिक्षकों को सम्मानित किया गया.

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जयपुर के बस्सी में मार्च महीने में खरीदी के बाद से रखे साढ़े पांच सौ स्कूटी भी आज बांट दिए गए. बता दें कि आजतक ने हाल ही में  इन साढ़े पांच सौ स्कूटियों के बारे में खबर दिखाई थी कि किस तरह वसुंधरा राजे के इंतजार में रखी ये स्कूटियां छात्राओं को नहीं बंट पा रही थीं.

वसुंधरा ने इस मौके पर छात्राओं से कहा कि आप साईकिल और स्कूटी पर अपने भाइयों को चढ़ने को मत देना. इससे तुम स्कूल आना.

राजे ने छात्राओं को बताया कि इस बार हमने राजस्थान से 100 मेधावी छात्र-छात्राओं को चुनकर अमेरिका के सिलिकॉन वैली में भेजा है. अगर आप भी परिक्षाओं में अच्छा परफॉर्म करोगे तो आपको भी अमेरिका भेजूंगी और वहां से आओगे तो आप राजस्थान की किस्मत बदलोगे.

शिक्षकों से सीएम ने कहा कि आप सभी लोग 25 से 30 साल की उम्र के हो. मैं रहूं या न रहूं, आप लोग राजस्थान की भविष्य को संवारोगे.

हालांकि, प्रदेश के शिक्षकों में इस बात को लेकर रोष था कि आखिरकार वसुंधरा के राज में नौकरी पाए शिक्षकों को ही क्यों सम्मान के लिए बुलाया गया है. बाकी शिक्षकों को सम्मान से दूर क्यों रखा गया है.

कांग्रेस ने इस मसले पर कहा कि वसुंधरा राजे शिक्षकों को बांटकर वोट की राजनीति कर रही है. वह उन्हें गुलाम समझती हैं और इन शिक्षकों को जबरन जयपुर में सम्मानित करने के लिए बुलाया गया है.

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