राजस्थान में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए घमासान इस कदर मचा है कि राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अपने खास मंत्रियों के साथ अपने पसंद के प्रदेशाध्यक्ष बनाने के लिए दिल्ली में डेरा डाली हुई हैं.
सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का समय मांगा है लेकिन अभी तक मुलाकात नहीं हो पाई है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर विवाद को सुलझाने में मदद कर रहे लोगों का कहना है, 'बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने वसुंधरा राजे को दो टूक कह दिया है कि हमारी तरफ से पसंद केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह है. आप लोगों को उनके नाम पर सहमति बनानी होगी.'
इसके बाद वसुंधरा राजे ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की लेकिन बताया जा रहा है कि राजनाथ सिंह ने इस मामले से खुद को अलग रखा है. इसके बाद वसुंधरा राजे ने सीधे प्रधानमंत्री से मिलकर इस मामले पर बात करने का फैसला किया है. माना जा रहा है कि जब तक वसुंधरा राजे की पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात नहीं हो जाती तब तक वह दिल्ली रहेंगी. वसुंधरा राजे चाह रही हैं कि आज 15 जून यानी शुक्रवार को बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष पद का नाम का ऐलान हो जाए ताकि वह डेढ़ महीने के लिए प्रदेश की यात्रा पर निकले .
वसुंधरा राजे केंद्रीय नेताओं को समझाने में लगी हैं. उन्होंने कहा, 'मैं भी राजपूत की बेटी हूं और राजपूत ही अध्यक्ष बन जाएगा तो ऐसे में जाट जैसी दूसरी जातियां नाराज़ हो जाएंगी. BJP को चुनाव में नुकसान हो जाएगा. लेकिन बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के साथ ये समस्या यह है कि गजेंद्र सिंह मोदी की पसंद है. ऐसे में उनके नाम पर पुनर्विचार हमेशा नहीं कर सकते हैं. बल्कि मोदी ही कोई फैसला ले सकते हैं.'