राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया के बेटे दुष्यंत सिंह पर किसानों की जमीन हड़पने का आरोप लगा है. धौलपुर के 13 दलित परिवारों का ये दावा है कि अपने रसूख का इस्तेमाल कर 2003 में खेती की 25 बीघा जमीन पर दुष्यंत सिंह ने कब्जा कर लिया. जो उन्होंने 1991 में हेमंत सिंह नाम के शख्स से खरीदी थी. मामला अदालत में हैं. हालांकि इस पर अभी दुष्यंत सिंह की तरफ से कोई सफाई नहीं आई है.
इससे पहले राज्य के धौलपुर हाउस के कथित मालिकाना हक को लेकर भी दुष्यंत सिंह पर आरोप लग चुके हैं. कांग्रेस ने दस्तावेज पेश कर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और दुष्यंत सिंह पर आरोप लगाए थे.
जयराम रमेश ने किया था दावा
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने दावा किया था कि धौलपुर महल राजस्थान सरकार की संपत्ति है. उनका कहना था कि, 'दुष्यंत सिंह ने उस महल के एवज में 2 करोड़ रुपये का मुआवजा लिया था. यह नंबर वन घोटाला है. इसकी जांच की जानी चाहिए.' रमेश ने कहा कि कई सारे सबूत होने के बाद भी बीजेपी उस महल पर दुष्यंत के मालिकाना हक को साबित करने की कोशिश कर रही है.
पूरा प्रकरण आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी की मदद के मामले में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की कथित संलिप्तता सामने आने के बाद उजागर हुई थी. विपक्षी पार्टियां राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और उनके बेटे के खिलाफ जांच की मांग कर रही है.