पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) और नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) के बीच अनबन खत्म होने के बाद अब जल्द ही राजस्थान कांग्रेस (Rajasthan Congres) में भी विवाद सुलझने की तैयारी है, जहां महीनों से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) और सचिन पायलट (Sachin Pilot) के बीच महीनों से टकराव चला आ रहा है.
असल में गहलोत कैबिनेट (Gehlot Cabinet) में 9 पद खाली हैं और पिछले कुछ महीनों से पायलट उनमें से कुछ पद अपने समर्थकों के लिए मांग रहे हैं, लेकिन सीएम गहलोत बार-बार कैबिनेट विस्तार (Cabinet Expansion) टाल दे रहे हैं. लेकिन अब माना जा रहा है कि पंजाब के बाद जल्द ही राजस्थान का विवाद भी सुलझ सकता है. इसकी एक वजह ये भी है क्योंकि दोनों के बीच कई महीनों से विवाद चल रहा है और अब कांग्रेस आलाकमान को लगता है कि दोनों की लड़ाई से कांग्रेस को नुकसान पहुंचा है, इसलिए अब जल्द ही इसका समाधान भी ढूंढना जरूरी.
पायलट समर्थकों की होगी एंट्री!
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, जल्द ही अशोक गहलोत कैबिनेट में फेरबदल (Cabinet Reshuffle) कर सकते हैं और इस बार पायलट समर्थक विधायकों को भी इसमें जगह मिल सकती है. बताया जा रहा है कि अगस्त के पहले या दूसरे हफ्ते तक राजस्थान में बड़ा सियासी फेरबदल हो सकता है.
ये भी पढ़ें-- सिद्धू के नाम पर प्रियंका गांधी की मुहर: अन्य राज्यों में भी दिखाई देगा कांग्रेस के 'पंजाब मॉडल' का असर!
सूत्रों ने बताया कि गहलोत कैबिनेट में पायलट समर्थकों को जगह मिलनी तय है. इनमें से 4 से 5 मंत्रियों को अहम प्रभार मिलने की बात सामने आ रही है. बताया ये भी जा रहा है कि केंद्र सरकार की तरह ही प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभु शर्मा को भी हटाया जा सकता है. वहीं, सचिन पायलट को दिल्ली में बड़ा पद मिलने की बात कही जा रही है.
6 से 7 मंत्री पद चाहते हैं पायलट
अशोक गहलोत के मंत्रिमंडल में 9 पद खाली हैं और सूत्र बताते हैं कि सचिन पायलट इन 9 में से 6 से 7 मंत्री पद चाहते हैं. पायलट चाहते हैं कि उनके विधायकों की अनदेखी ना हो और उनको राजस्थान सरकार में एडजस्ट किया जाए. सचिन को कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन में कोई बड़ा पद मिल सकता है, उनको महासचिव भी बनाया जा सकता है.