कोऑपरेटिव सोसाइटी बनाकर जनता की गाढ़ी कमाई लूटने के मामले में 1000 करोड़ के घोटाले के आरोपी विक्रम सिंह को गिरफ्तार किया गया है. एसओजी ने संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी बनाकर लोगों के पैसे ठगने के आरोप में विक्रम सिंह को गिरफ्तार किया है.
2 करोड़ की कार में चलने वाला विक्रम सिंह कैब में बैठकर एसओजी के दफ्तर आया था. विक्रम सिंह पर आरोप है कि मोटे मुनाफे का झांसा देकर गरीबों की गाढ़ी कमाई अपने बैंक में जमा करा ली और फिर उन पैसों को वहां से निकालकर अपने अय्याशियों पर खर्च कर लिया.
आरोपी विक्रम सिंह ने राजस्थान में संजीवनी कोऑपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी की 211 और गुजरात में 26 शाखाएं खोली थीं. दोनों राज्यों को मिलाकर 237 शाखा खोलकर इसने हजारों लोगों के पैसे अपने सोसाइटी में जमा करवाए थे.
राजस्थान के करीब 1 लाख 46 हजार 991 निवेशकों ने करीब 953 करोड़ का निवेश इस कोऑपरेटिव सोसाइटी में किया था. इसके बाद कोऑपरेटिव सोसाइटी ने जमकर प्रॉपर्टी में निवेश किया और लोगों को खूब सारे लोन भी बांटे. जब लोगों ने अपनी गाढ़ी कमाई के पैसे मांगे तो इसके पास पैसा ही नहीं था. स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने अपनी जांच में पाया है कि फर्जी लोगों के साइन कर फर्जी लोगों को लाखों रुपए के हजारों लोन बांटे गए हैं. राज्य सरकार के आदेश पर एसओजी इस कोऑपरेटिव सोसाइटी की जांच कर रही है.