राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 152 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है. कांग्रेस ने इस सूची में नेताओं के 15 रिश्तेदारों को टिकट थमाया है. कांग्रेस ने भंवरी देवी हत्याकांड के आरोपी मलखान सिंह विश्नोई के बेटे महेंद्र विश्नोई को लूणी विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है जबकि जोधपुर की ओसियां सीट से महिपाल मदेरणा की बेटी दिव्या मदेरणा को टिकट दिया गया है.
दिव्या मदेरणा ने व्यक्त किया दर्द
दिव्या मदेरणा ने एक पिता और पुत्री के दर्द को व्यक्त करते हुए कहा कि एक बेटी का अपने पिता से जो विरह है वो मुझे खलता है. इस खाली जगह को भरा नहीं जा सकता, इन भावनाओं को जाहिर नहीं किया जा सकता.
महेंद्र बिश्नोई का यह मानना है कि उसके परिवार का राजनीति से बहुत पुराना संबंध रहा है. उनके दादा रामसिंह विश्नोई 7 बार जीते थे. उनके मरने के बाद पिता मलखान सिंह इसी क्षेत्र से विधायक रहे. कानून में मामला विचाराधीन है जिसके चलते कुछ हो नहीं सकता और इस बार कांग्रेस ने मुझे टिकट दिया है. इससे पहले मेरी दादी को टिकट दिया था. विपरीत लहर होने के कारण पिछली बार चुनाव हार गए थे. इस बार पूरी कोशिश है कि चुनाव जीतें. उन्होंने कहा कि पिता पास नहीं हैं इस बात का दुख है लेकिन जैसे ही वक्त मिलेगा सेंट्रल जेल जाकर उनसे मिलूंगा और यह खुशी उनके साथ साझा करूंगा.
क्या है भंवरी देवी मर्डर केस
बहुचर्चित भंवरी देवी अपहरण और हत्याकांड उस समय चर्चा में आया था जब इस कांड में कांग्रेस सरकार में मंत्री रह चुके महिपाल मदेरणा का नाम आया था. 36 साल की भंवरी देवी पेशे से नर्स थीं जिनका अपहरण करने के बाद मर्डर कर दिया गया था. हत्या के बाद भंवरी देवी का शव जलाकर राख को राजीव गांधी नहर में बहा दिया गया था. हालांकि इस केस की जांच कर रहे एजेंसियों ने दावा किया था कि नहर से कुछ हड्डियों को बरामद किया गया था जो कि भंवरी देवी का ही था.
आरोप लगा था कि भंवरी देवी ने महिपाल मदेरणा से 50 लाख रुपये की मांग की थी, जिनके साथ वह एक अश्लील सीडी में नजर आई थीं. मामला सामने आने के बाद राज्य की राजनीति भी गर्मा गई थी और मदेरणा को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था. जांच के बाद पुलिस ने तत्कालीन मंत्री महिपाल सिंह मदेरणा और तत्कालीन कांग्रेस विधायक मलखान विश्नोई सहित कई लोगों को गिरफ्तार किया था.