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राजस्थान: कांग्रेस कार्यकर्ताओं को राजनीतिक इनाम देने की कवायद शुरू, प्रदेश अध्यक्ष और सीएम ने की चर्चा

कांग्रेस कार्यकर्ताओं को राजनीतिक इनाम देने की कवायद शुरू हो गई है. प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच चर्चा के ये फैसला लिया गया है.

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राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा और सीएम अशोक गहलोत
राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा और सीएम अशोक गहलोत
स्टोरी हाइलाइट्स
  • इस महीने दिए जाएंगे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को राजनीतिक इनाम
  • प्रदेश अध्यक्ष और सीएम गहलोत ने की चर्चा
  • राजस्थान कांग्रेस में नियुक्तियों का सिलसिला शुरु

राजस्थान कांग्रेस में और सरकार में नियुक्तियों का सिलसिला इस महीने शुरू हो जाएगा, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से चर्चा के बाद प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा ने कहा 17 दिसंबर को राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का दो साल का कार्यकाल पूरा हो रहा है. इस मौके पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को राजनीतिक इनाम देने की कवायद शुरू हो गई है. प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच चर्चा के बाद डोटासरा ने कहा कि दिसंबर में कांग्रेस में पदाधिकारियों की नियुक्ति कर दी जाएगी. 

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प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा सचिन पायलट के प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाए जाने के बाद से अध्यक्ष तो बन गए थे मगर राजस्थान में कांग्रेस की पूरी इकाई भंग कर दी गई थी और पिछले 3 महीने से अकेले ही प्रदेश अध्यक्ष थे. ऐसे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से चर्चा के बाद यह तय हुआ कि अब ब्लॉक लेवल से लेकर राज्य स्तर तक नए तरीक़े से संगठन खड़ा किया जाएगा.

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डोटासरा ने कहा कि कोरोना की वजह से इसमें विलंब हुआ क्योंकि पहले राजस्थान के नए प्रभारी अजय माकन बीमार हो गए, उसके बाद अहमद पटेल कोरोना पॉज़िटिव हो गए, फिर पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट कोरोना पॉज़िटिव हो गए. इसकी वजह से टीम के गठन में देरी हो गई. यह भी कहा जा रहा है कि राजस्थान में जल्दी ही राजनीतिक नियुक्तियां की जाएंगी जिसके लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तैयारी शुरू कर दी है.  माना जा रहा है कि दिसंबर के आख़िरी तक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और नेताओं को राजनीतिक नियुक्तियों का इनाम दिया जाएगा.

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 हालांकि चर्चा इस बात को लेकर है कि सभी विधायक कुछ न कुछ पाना चाहते हैं और उन्होंने इस सचिन पायलट और अशोक गहलोत के झगड़े के समय सियासी संकट में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का साथ दिया था इसलिए उन्हें भी इनाम दिया जाएगा. माना जा रहा है कि कार्यकर्ताओं से ज़्यादा विधायक नियुक्तियों पर काबिज होंगे. अहमद पटेल की मृत्यु के बाद राजस्थान में होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा ठप पड़ गई है. 

तीन लोगों की कमेटी को अहमद पटेल ही लीड कर रहे थे ऐसे में उनकी जगह कौन आएगा और मंत्रिमंडल के गठन को लेकर कैसे चर्चा होगी उसको लेकर अभी कुछ भी तय नहीं हो पाया है. माना जा रहा है कि सचिन पायलट अगले 2-3 दिनों में ठीक होकर सक्रिय हो जाएंगे तो एक बार फिर से कांग्रेस सरकार और संगठन में बदलाव को लेकर चर्चा शुरू होगी. सचिन पायलट समय दो मंत्री विश्वेन्द्र सिंह और रमेश मीणा को बर्खास्त किया गया था. इसके अलावा समाज कल्याण मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल का निधन हो चुका है. ऐसे में माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल का विस्तार भी जल्दी कर दिया जाएगा.


 

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