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कर्ज से परेशान किसान ने दी जान, नोट में लिखा- मेरी मौत के जिम्मेदार गहलोत-पायलट

श्रीगंगानगर जिले के रायसिंहनगर क्षेत्र के ठाकरी गांव में सोहनलाल मेघवाल नामक किसान ने रविवार दोपहर जहर खाकर खुदकुशी की. 45 साल के सोहनलाल पर बैंक की तरफ से कर्ज चुकाने का दबाव बनाया जा रहा था.

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कर्ज से परेशान किसान ने की आत्महत्या (संकेतात्मक फोटो)
कर्ज से परेशान किसान ने की आत्महत्या (संकेतात्मक फोटो)

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किसानों को लेकर देश में लगातार कई बड़ी-बड़ी बातें होती हैं लेकिन उन पर अमल कम ही हो पाता है. ऐसा ही एक मामला राजस्थान के श्रीगंगानगर से सामने आया है. यहां पर कर्ज से परेशान चल रहे एक किसान ने खुदकुशी कर ली. उसे उम्मीद थी कि राज्य सरकार अपने वादे के मुताबिक कर्ज माफ कर देगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ और बढ़ते हुए दबाव के बोझ में उसने अपनी जान दे दी.

ये मामला रविवार का है. किसान सोहनलाल ने सुसाइड नोट और एक वीडियो में कहा कि कांग्रेस सरकार ने वादा किया था कि सत्ता में आने के बाद सभी किसानों का पूरा कर्ज माफी किया जाएगा, लेकिन गहलोत सरकार ने कर्जमाफी का वादा पूरा नहीं किया. लिहाजा मेरी मौत के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट जिम्मेदार हैं. मेरी मौत बेकार नहीं जानी चाहिए और किसानों के कर्ज माफ होने चाहिए.

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अब यह मामला लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला तक पहुंच गया है. गंगानगर के सांसद ने इस मसले को ओम बिड़ला के सामने उठाया. किसान की मौत के मुद्दे पर राजस्थान के डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि अभी वह इसकी जांच करवा रहे हैं. उन्होंने कहा कि शायद वह किसान कर्ज में डूबा हुआ नहीं था, लेकिन जो भी हुआ वह दुखद है. सरकार किसानों के उज्जवल भविष्य के लिए कटिबद्ध है, हमने घोषणापत्र में भी किसानों के लिए बात की है.

श्रीगंगानगर जिले के रायसिंहनगर क्षेत्र के ठाकरी गांव में सोहनलाल मेघवाल नामक किसान ने रविवार दोपहर जहर खाकर खुदकुशी की. 45 साल के सोहनलाल पर बैंक की तरफ से कर्ज चुकाने का दबाव बनाया जा रहा था. लेकिन वह इस दबाव को झेल नहीं पाया. जहर खाने से पहले उसने सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी डाला और कहा कि आप सभी को मेरा आखिरी राम-राम.

जब सोहनलाल को अस्पताल ले जाया गया, तो हालत गंभीर थी और कुछ ही देर में उसने दम तोड़ दिया. किसान की आत्महत्या के बाद परिवार परेशान और गुस्से में हैं. गांववालों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की. आनन-फानन में परिवार का कर्ज माफ करने का वादा करवाया गया और अंतिम संस्कार करवाया गया.

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सोहनलाल ने मरने से पहले एक सुसाइड नोट लिखा, जिसमें उसने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया. सोहनलाल ने लिखा कि मेरी मौत की जिम्मेदार कोई और नहीं बल्कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट हैं. उन्होंने वादा किया था कि सरकार आने के बाद दस दिन में कर्ज माफ हो जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हो सका. मेरी लाश को तबतक ना उठाया जाए, जबतक उनके भाईयों का कर्ज माफ ना हो.

सुसाइड नोट में लिखा गया कि मेरी मौत का मुकदमा अशोक गहलोत पर किया जाए. यही कहते हुए उसने वीडियो भी पोस्ट किया. आत्महत्या के बाद डीएसपी जयसिंह तंवर ने बताया कि मामले में चुनाव के समय जो किसानों का कर्ज माफ़ करने की बात कही थी, वह पूरी नहीं होने पर किसान ने आत्महत्या का कदम उठाया है. इसकी जांच की जा रही है उसके बाद आगामी कारवाई की जाएगी.

गौरतलब है कि राजस्थान में हाल ही में विधानसभा चुनाव हुए थे. कांग्रेस की तरफ से कर्जमाफी को बड़ा मुद्दा बनाया गया था और दस दिन में किसानों के कर्ज को माफ करने का वादा किया गया था.

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