राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कुर्सी फिलहाल खिसकने से बच गई है. उन्होंने 100 से अधिक विधायकों के साथ होने का दावा मीडिया के सामने करके अपनी ताकत दिखाई है. हालांकि विधायकों की संख्या को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने गहलोत सरकार पर सवाल खड़े किए हैं.
बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने कहा कि अगर अशोक गहलोत के पास बहुमत है तो उन्हें तुरंत फ्लोर टेस्ट कराकर अपना बहुमत साबित करना चाहिए. वे अपने विधायकों को रिजॉर्ट में ले जा रहे हैं, जिससे साफ होता है कि उनके पास संख्या नहीं है.
मालवीय ने न्यूज एजेंसी एएनई के ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा है. न्यूज एजेंसी ने विधायक दल की बैठक में 107 विधायकों के शामिल होने की बात कही है. वहीं, गहलोत खेमे ने दावा किया कि उनके पास 109 विधायक हैं. यानी बहुमत के आंकड़े 101 से ज्यादा विधायक उनके पास हैं.
In which case, Ashok Gehlot must immediately call for a floor test, prove his majority, save Rajasthan the drama and get on with the business of governance.
But if he is herding his MLAs to a resort, then clearly he doesn’t have the numbers and is merely delaying the inevitable. https://t.co/ltLNkLFBkn
— Amit Malviya (@amitmalviya) July 13, 2020
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शक्ति प्रदर्शन के बाद हुई विधायक दल की बैठक
शक्ति प्रदर्शन के बाद कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई. इस बैठक में प्रस्ताव पारित हुआ कि कोई भी कांग्रेस का पदाधिकारी, विधायक या मंत्री सरकार के खिलाफ षड्यंत्र में पाया जाता है तो उसके खिलाफ कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. कांग्रेस विधायक दल ने अपना नेता सर्वसम्मति से अशोक गहलोत को माना है.
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प्रियंका गांधी ने संभाला मोर्चा
राजस्थान कांग्रेस का झगड़ा खत्म करने के लिए अब प्रियंका गांधी ने मोर्चा संभाल लिया है. बताया जा रहा है कि प्रियंका गांधी अशोक गहलोत और सचिन पायलट दोनों नेताओं से बात कर रही हैं. दोनों नेताओं से बात कर तमाम विवाद खत्म करने की कोशिश की जा रही है.