राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार के आज दो साल पूरे हो गए हैं. लेकिन कोविड-19 महामारी को देखते हुए सरकार ने दूसरी वर्षगांठ बेहद सादगी से मनाने का निर्णय लिया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निर्देश दिए हैं कि कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए इस बार वर्षगांठ के कार्यक्रम वर्चुअल माध्यम से आयोजित किए जाएंगे. इस मौके पर वर्चुअल माध्यम से 18 दिसंबर को कई योजनाओं एवं विकास कार्यों का लोकार्पण, शिलान्यास एवं शुभारंभ भी किया जाएगा. वहीं बीजेपी ने गहलोत सरकार के दो सालों के कार्यकाल को राजस्थान के राजनैतिक कालखंड में 'काले साल' के तौर पर परिभाषित किया है.
राजस्थान सरकार के जनसंपर्क विभाग ने आज के कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण राज्य सरकार की दूसरी वर्षगांठ सादगी के साथ वर्चुअल माध्यम से मनाई जाएगी. इस अवसर पर मुख्यमंत्री प्रदेशवासियों को विभिन्न योजनाओं, परियोजनाओं एवं विकास कार्यों की सौगात देंगे.
जनसंपर्क विभाग के मुताबिक राज्य स्तरीय समारोह शुक्रवार सुबह 11.30 बजे आयोजित किया जाएगा. इसमें गहलोत मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से विभिन्न विभागों की योजनाओं, परियोजनाओं एवं विकास कार्यों का शुभारम्भ, लोकार्पण एवं शिलान्यास करेंगे. कार्यक्रम में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा राज्य सरकार की दो वर्ष की उपलब्धियों पर प्रकाशित साहित्य का विमोचन एवं वर्चुअल प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया जाएगा. दो वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रमों की थीम 'दो वर्ष जन सेवा के' रखी गई है.
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आजतक को मिली जानकारी के मुताबिक यह कार्यक्रम राजस्थान के मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित किया जाएगा. इस कार्यक्रम में मंत्री परिषद के सदस्य भी शामिल होंगे. जानकारी के मुताबिक प्रदेश के सांसद, विधायक, नगरीय निकायों के प्रमुख, जिला प्रमुख के अलावा और लोग भी वर्चुअल माध्यम से शामिल हो पाएंगे.
राजस्थान सरकार ने इस कार्यक्रम का लाइव प्रसारण सोशल मीडिया माध्यमों- फेसबुक, यूट्यूब पर करने का निर्णय लिया है. इसके अलावा 19 और 20 दिसंबर को अलग-अलग मंत्रियों को अलग-अलग जिलों में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के लिए भी कहा गया है. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मौके से पूर्व प्रदेशवासियों को संबोधित करते हुए कहा, "राजस्थान कांग्रेस सरकार के पारदर्शी, संवेदनशील और जवाबदेह शासन के दो वर्ष पूर्ण होने पर प्रदेशवासियों का आभारी हूं एवं मैं आप सभी के आशीर्वाद और सहयोग के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद भी देता हूं. प्रदेश सरकार ने लोगों की आशाओं एवं आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए और प्रदेश की उन्नति एवं चहुंमुखी विकास के लिए उल्लेखनीय निर्णय लिए हैं."
दूसरी तरफ, विपक्षी पार्टी बीजेपी ने इन दो सालों को राजस्थान के राजनैतिक इतिहास के कालखंड में 'काले साल' बताया है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार के ये दो साल राजस्थान के राजनीतिक इतिहास के कालखंड के 'काले साल' होंगे. बेशक जनघोषणा-पत्र में मुख्यमंत्री अपनी पीठ थप-थपाते होंगे, लेकिन किसानों से वादाखिलाफी, बेरोजगारों से झूठ और कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ने जैसे काम दो साल के कालखंड में हुए.