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कृषि कानून के खिलाफ राजस्थान सरकार देगी धरना, रविवार शाम को सीएम गहलोत की डिनर डिप्लोमेसी भी

कृषि कानून को लेकर किसानों और केंद्र सरकार के बीच चल रहे घमासान के बीच राजस्थान सरकार और कांग्रेस संगठन के कार्यकर्ता रविवार को धरने पर रहेंगे. सुबह 11:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक जयपुर के शहीद स्मारक पर सरकार के मंत्री, विधायक, कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता धरना देंगे. 

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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (फाइल फोटो)
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कृषि कानून के खिलाफ राजस्थान सरकार देगी धरना
  • सीएम आवास पर हुई कैबिनेट बैठक में फैसला
  • 5 जनवरी से गांव-गांव जाएगी कांग्रेस

कृषि कानून को लेकर किसानों और केंद्र सरकार के बीच चल रहे घमासान के बीच राजस्थान सरकार और कांग्रेस संगठन के कार्यकर्ता रविवार को धरने पर रहेंगे. सुबह 11:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक जयपुर के शहीद स्मारक पर सरकार के मंत्री, विधायक, कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता धरना देंगे. 

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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी धरने में शामिल होंगे. 3 दिन पहले मुख्यमंत्री आवास पर हुई कैबिनेट की बैठक में किसानों के समर्थन में पीसीसी की ओर से धरना दिए जाने का निर्णय लिया गया था. रविवार के धरने के बाद 5 जनवरी से प्रदेश में कांग्रेस गांव-गांव किसानों के पास जाएगी और केंद्र के कृषि कानून की खामियां बताएगी.

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बता दें कि पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट भी कांग्रेस के इस धरने में शामिल होंगे. रविवार शाम को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तरफ से राजस्थान में कांग्रेस और कांग्रेस समर्थित विधायकों के लिए रात्रि भोज का भी आयोजन होगा. सीएम आवास पर 7:00 बजे इस रात्रि भोज में गहलोत कैंप के अलावा पायलट कैंप के विधायक भी शामिल होंगे.

माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से इस डिनर डिप्लोमेसी के जरिए राजस्थान में कांग्रेस के विधायकों को एकजुट करने की कवायद की जा रही है.

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यह कवायद पीसीसी की नई टीम के ऐलान से पहले और इस महीने होने वाली राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। माना यह भी जा रहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत फरवरी-मार्च में संभावित मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भी विधायकों की नब्ज टटोलना चाहते हैं. 

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