राजस्थान के स्वास्थ्य विभाग ने गर्भ में लिंग जांच करनेवाले अंतरराज्यीय गिरोह को पकड़ा है, जिसमें लिंग जांच करनेवाला 78 साल का डॉक्टर भी है. राजस्थान की पीसीपीएनडीटी की टीम ने लगातार सांतवी बार राज्य से बाहर जाकर कोख के कातिलों को पकड़ा है.
दूसरी जगह ले जाकर कराया जाता था गर्मपात
राजस्थान के करौली, हिंडौन और उत्तर प्रदेश के आगरा, फतेहाबाद में गर्भ में लिंग जांच कर गर्भपात करानेवाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है. राजस्थान के दलाल गर्भवति महिलाओं का एक सरकारी नर्स के जरीए यूपी के दलालों से संपर्क कराते थे और फिर इन्हें वहां ले जाकर गर्भ में भ्रूण का लिंग जांच करवाया जाता था. इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
टीम ने बिछाया जाल
राजस्थान स्वास्थ्य मिशन के निदेशक नवीन जैन के अनुसार कई महीने से पूर्वी राजस्थान के करौली, धौलपुर और भरतपुर में लिंग जांच करनेवाले गिरोहों के सक्रिय होने की जानकारी मिल रही थी. इसके लिए एएसपी रघुवीर सिंह ने एक टीम बनाई. इसमें डिकाय ऑपरेशन के लिए झुंझुनू की पूजा कुमावत को लेकर करौली की नर्स शरबती के पास पहुंचे. शरबती उन्हें भरतपुर ले आई और वहां गर्भवती महिला से 30 हजार मांगे.
स्पेशल ऑपरेशन टीम ने मारा छापा
इसके बाद गर्भवती को आगरा लाया गया जहां तीन दलाल हर्ष चौधरी, हरवीर सिंह और कैलाश मिले. ये तीनों गर्भवती को लेकर फतेहाबाद आए. वहां पर सलीम मैमोरियल अस्पताल के 78 साल के मालिक और डॉक्टर अलीमुद्दीन ने महिला के गर्भ में बच्चे का लिंग जांचकर लड़की होने की जानकारी दी और तत्काल अबॉर्शन करने के लिए तैयार हो गया. इसके बदले 20 हजार रुपए और मांगे गए. तभी स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप की टाम ने छापा मारकर डॉक्टर और दलाल नर्स समेत पांच लोगों को पकड़ लिया. राजस्थान के स्वास्थ्य विभाग की यूपी में पिछले 6 महीने में पांचवी कारर्वाई है.