राजस्थान के स्वास्थ्य विभाग ने हरियाणा और गुजरात से गर्भ में पल रहे बच्चे का लिंग बताने वाले डॉक्टरों को धर दबोचा है. राजस्थान के स्वास्थय मिशन के डायरेक्टर नवीन जैन ने बताया कि इस साल लिंग जांच करनेवाले 135 अल्ट्रासाउंड मशीनों को सील किया है. साथ ही 40 डॉक्टरों को गिरफ्तार किया गया है. राजस्थान का स्वास्थय विभाग अब दूसरे राज्यों के साथ मिलकर भी लिंग जांच के खिलाफ ऑपरेशन चला रहा है.
पकड़ा गया डॉक्टर नसबंदी घोटाले में जेल में था और जमानत पर बाहर आया था. राज्य की पीसीपीएनडीटी सेल और हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग व हरियाणा सीआईडी की संयुक्त टीम ने हनुमानगढ़ जंक्शन में कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार किया है.
ऐसे हुई गिरफ्तारी
राजस्थान पीसीपीएनडीटी सेल के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रघुवीर सिंह के अनुसार, हरियाणा के सिरसा के स्वास्थ्य विभाग की सूचना पर डिकोय ऑपरेशन चलाया गया, जिसमें हरियाणा सीआईडी की महिला कांस्टेबल को ग्राहक बनाकर भेजा गया. इस पर डॉ. अमर सेतिया ने 40 हजार रुपये लेकर भ्रूण लिंग की जांच की. महिला कांस्टेबल के इशारे पर संयुक्त टीम ने बॉम्बे अल्ट्रासाउंड सेंटर के संचालक डॉ. अमर सेतिया सहित दो दलालों रामकिशन और कुलदीप सिंह को गिरफ्तार कर लिया. टीम ने अल्ट्रासाउंड मशीन को सील कर दिया है.
लगातार आ रही थी शिकायतें
एएसपी रघुवीर सिंह के अनुसार हरियाणा के सिरसा जिले के स्वास्थ्य विभाग को लगातार सूचनाएं मिल रही थी कि सिरसा जिले की गर्भवती महिलाओं की राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में लिंग जांच की जा रही है. इस पर टीम ने जनवरी में टाउन के शोपत अल्ट्रासाउंड सेंटर पर कार्रवाई की थी और इसके बाद भी लगातार भ्रूण जांच की शिकायत पर हरियाणा की टीम ने दूसरी बार हनुमानगढ़ जंक्शन में बॉम्बे अल्ट्रासाउंड सैंटर पर कार्रवाई की. इस बार कार्रवाई की खास बात यह रही कि हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग ने हनुमानगढ़ जिले के स्वास्थ्य विभाग को बिना जानकारी दिए सीधा जयपुर में संपर्क कर कार्रवाई को अंजाम दिया, जिससे हनुमानगढ़ जिले का स्वास्थ्य विभाग भी शक के दायरे में आ गया है.
2008 में गिरफ्तार हुआ था डॉक्टर
इससे पहले इस 64 साल के डॉ. सेतिया को फर्जी नसबंदी दिखाकर सरकार से प्रोत्साहन राशि उठाने के आरोप में 2008 में गिरफ्तार किया गया था और अभी भी जमानत पर है. पुलिस के अनुसार हरियाणा और पंजाब की 70-80 महिलाएं हर महीने इस डाक्टर से लिंग की जांच करवाने आती थी. इसी तरह राजस्थान के स्वास्थय विभाग ने गुजरात में जाकर के डिकाय आपरेशन कर भ्रूण के लिंग की जांच करते मेहसाणा के आनंद अस्पताल के 64 साल के डॉक्टर जयंती लाल पटेल और 23 साल के दलाल नीरव पटेल को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि 15 हजार डॉक्टर लेता था और 5 हजार दलाल रखता था. महीने में ये 50 से ज्यादा महिलाओं के गर्भ का लिंग परिक्षण कर लाखों कमा रहे थे.