राजस्थान के कोटा में बच्चों की मौत का मामला बढ़ता जा रहा है. अब तक 100 से अधिक बच्चों की मौत हो चुकी है. इन मौतों के बाद हरकत में आई गहलोत सरकार ने कार्रवाई शुरू कर दी है. अस्पताल के उपकरणों को बदला जा रहा या नए मंगाएं जा रहे हैं. इसके साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हम केंद्र सरकार से मदद लेने के लिए तैयार हैं.
इस बीच कोटा की जेके लोन अस्पताल के नवनियुक्त उप अधीक्षक डॉ. गोपी किशन शर्मा ने बताया कि इस नए साल में 1 जनवरी से अब तक तीन बच्चों की मौत हुई है. अस्पताल में खराब उपकरणों को काफी हद तक ठीक करवा लिया है. कुछ नए भी मंगवा लिए हैं. 19 वेंटिलेटर में से 10 अभी चालू है. 6 बिल्कुल खराब हो चुके हैं. 38 वारमर से 36 वारमर सही है. 8 नए इन्फ्यूजन पंप मंगवा लिए हैं. न्यू ब्लेजर की कोई दिक्कत नहीं है. उनकी कोई कमी नहीं आ रही है.
वहीं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोटा में हुई बीमार शिशुओं की मृत्यु पर सरकार संवेदनशील है. इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए.
जेके लोन अस्पताल, कोटा में हुई बीमार शिशुओं की मृत्यु पर सरकार संवेदनशील है। इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। कोटा के इस अस्पताल में शिशुओं की मृत्यु दर लगातार कम हो रही है। हम आगे इसे और भी कम करने के लिए प्रयास करेंगे। मां और बच्चे स्वस्थ रहें यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
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— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) January 2, 2020
अशोक गहलोत ने कहा, 'स्वास्थ्य सेवाओं में और सुधार के लिए भारत सरकार के विशेषज्ञ दल का भी स्वागत है. हम उनसे विचार विमर्श और सहयोग से प्रदेश में चिकित्सा सेवाओं में इम्प्रूवमेंट के लिये तैयार हैं. निरोग राजस्थान हमारी प्राथमिकता है. मीडिया किसी भी दबाव में आये बिना तथ्य प्रस्तुत करे, स्वागत है.'