राजस्थान के 20 जिलों के नब्बे निकायों की 3,334 सीटों के लिए हुए चुनाव के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं. इन 90 निकायों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को 24 पर पूर्ण बहुमत मिला है, जबकि कांग्रेस को 19 निकायों में पूर्ण बहुमत मिला है. पांच निकायों में दोनों पार्टियां बराबरी पर रहीं और यहां निर्दलीय पूर्ण बहुमत में हैं. कई निकायों में निर्दलीयों के सहारे कांग्रेस अपना नैया पार लगाने में जुटी है.
बहरहाल, राजस्थान में निकाय चुनाव में कुल 29 लाख मतदाता थे. इनमें से 22 लाख ने वोट डाले थे. इनमें से 7,85,282 वोट कांग्रेस को मिले हैं, जबकि 7,65363 वोट बीजेपी के खाते में गए हैं. 687,219 वोट निर्दलीय उम्मीदवारों को मिला है.
अगर 90 निकाय के कुल सीटों को देखें तो 1140 सीटों पर बीजेपी जीती है, जबकि कांग्रेस 1197 सीटों पर जीती है. निर्दलीय उम्मीदवारों के खाते में 693 सीटें गई हैं. निर्दलीय उम्मीदवारों ने दो जगह नोखा और निवाई में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने अपना बोर्ड बनाया है, जबकि भिंडर में जनता सेना ने अपना बोर्ड बनाया है.
हनुमान बेनीवाल की पार्टी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को भी मुंडवा में बढ़त मिली है. मत प्रतिशत के अंतर को देखें तो कांग्रेस आधा फीसदी वोटों से बीजेपी से आगे है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पुनिया का कहना है कि पार्टी इस बार पिछली बार से ज्यादा सीटें जीतकर आयी है. पुनिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राजस्थान के प्रभारी अजय माकन के कांग्रेस की जीत पर बधाई को भी मजाक बताया.
हालांकि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने दावा किया है कि निर्दलीयों के भरोसे वह 50 निकायों में अपनी सरकार बना लेंगे. डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस ने रणनीति के तहत निर्दलीय खड़े किए थे और जो निर्दलीय जीते हैं वह ज़्यादातर कांग्रेस के हैं. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया का दावा है कि राजस्थान में 90 निकाय के चुनावों में राजस्थान की जनता ने कांग्रेस को ख़ारिज कर दिया है और अब वो जोड़ तोड़ के सहारे बोर्ड बनाने की कोशिश कर रही है.
90 निकायों के नतीजे आ गए हैं. बात अगर कांग्रेस के छह मंत्रियों और उप सचेतक महेंद्र चौधरी की परफॉर्मेंस की करें तो सिर्फ दो ही मंत्री रघु शर्मा और अशोक चांदना स्पष्ट बहुमत लाने में कामयाब रहे. बाकी मंत्री बोर्ड बनाने के लिए निर्दलीय उम्मीदवारों पर निर्भर हैं. पीसीसी चीफ के खुद के लक्ष्मणगढ़ में निर्दलीयों की मदद लेनी पड़ेगी.
गोविंद सिंह डोटासरा, प्रदेश अध्यक्ष और शिक्षा मंत्री
लक्ष्मणगढ़ नगरपालिका पर हर किसी की नजर थी. यह नगर पालिका स्वयं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की विधानसभा क्षेत्र में आता है. लेकिन, इस विधानसभा में बोर्ड निर्दलीयों के सहारे बनेगा. यहां कुल 40 वार्ड हैं, जिनमें से कांग्रेस और बीजेपी को 14-14 वार्डों में जीत मिली है. वहीं, 11 वार्डों में निर्दलीय और 1 वार्ड में माकपा ने जीत दर्ज की है.
रघु शर्मा, स्वास्थ्य मंत्री
अजमेर नगर निगम पर बीजेपी ने अपना कब्जा बरकरार रखा है. स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा के विधानसभा में आने वाली केकड़ी नगर पालिका में कांग्रेस का बोर्ड बनेगा, यहां कांग्रेस कोकुल 40 वार्ड में से 21 वार्ड में जीत मिली है. बीजेपी को 17 वार्डों में जीत मिली है, 2 वार्डों में निर्दलीय भी जीते हैं. ऐसे में केकड़ी नगर पालिका में कांग्रेस का बोर्ड बनेगा. सरवाड़ नगर पालिका में कुल 25 वार्ड में से कांग्रेस ने 15 वार्ड में जीत दर्ज करते हुए अपना बोर्ड बनना तय कर लिया है. यहां बीजेपी को 8 और निर्दलीय उम्मीदवारों को 2 वार्डों में जीत से संतोष करना पड़ा है.
भंवर सिंह भाटी, उच्च शिक्षा मंत्री
उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह की विधानसभा सीट कोलायत में आने वाली देशनोक नगर पालिका कांग्रेस निर्दलीयों के सहारे है. यहां 25 वार्डों में से कांग्रेस ने 11 और बीजेपी ने 10 में जीत दर्ज की है. देशनोक नगर पालिका में तीन निर्दलीय और एक प्रत्याशी एनसीपी का जीता है, ऐसे में निर्दलीय तय करेंगे कि बोर्ड किसका बनेगा.
अशोक चांदना, खेल मंत्री
बूंदी नगर परिषद में कांग्रेस पार्टी ने 60 में से 28 वार्डों में जीत दर्ज की है. बीजेपी ने 24 वार्डों में जीत दर्ज की है तो निर्दलीयों को 8 वार्डों में जीत मिली है. ऐसे में निर्दलीय लोगों के सहारे बूंदी नगर परिषद में बोर्ड बनेगा. वहीं नैनवा नगर पालिका में मंत्री अशोक चांदना ने कांग्रेस पार्टी को जीत दिलाई है. यहां कुल 25 में से 15 वार्ड पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है. इससे कांग्रेस का बोर्ड बनना तय हो गया है. नैनवा में 10 वार्डों में बीजेपी ने जीत दर्ज की है.
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सालेह मोहम्मद, अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री
मंत्री सालेह मोहम्मद पर उनकी विधानसभा पोकरण में आने वाली पोलीकरण नगर पालिका में चुनाव जिताने की जिम्मेदारी थी. पोकरण नगर पालिका में निर्दलीय तय करेंगे कि बोर्ड किसका होगा. यहां 25 में से 10 पर बीजेपी 9 पर कांग्रेस और 6 वार्डों पर निर्दलीयों ने जीत दर्ज की है.
सुखराम बिश्नोई वन मंत्री
सांचौर नगर पालिका वन मंत्री सुखराम बिशनोई की विधानसभा में आता है. यहां कुल 35 वार्डों में से कांग्रेस और बीजेपी को 16-16 वार्डों में जीत मिली है. ऐसे में 3 वार्डों में जीते निर्दलीय यह तय करेंगे कि बोर्ड किसका बनेगा.
महेंद्र चौधरी, उप मुख्य सचेतक
कुचामन नगर पालिका में कुल 45 वार्ड हैं, जिसमें से कांग्रेस पार्टी ने 20 में जीत दर्ज की है, तो बीजेपी ने 18 वार्ड में जीत दर्ज की है. ऐसे में कुचामन नगर पालिका से जीत दर्ज कर चुके सात निर्दलीय तय करेंगे कि बोर्ड वहां किसका बनेगा.
नावा नगर पालिका में कुल 25 वार्ड हैं. इसमें से 13 वार्डों में जीत दर्ज करते हुए बीजेपी ने नावा नगरपालिका में अपना बोर्ड बनना सुनिश्चित किया है. नावा में 10 वार्डों में कांग्रेस और 2 में निर्दलीयों ने भी चुनाव जीते हैं.
एक बार फिर निकाय चुनाव में कांग्रेस ने अच्छी जीत दर्ज की है. छह मंत्रियों के अलावा 22 कांग्रेस विधायकों की भी प्रतिष्ठा इन निकाय चुनाव से जुड़ी हुई थी.