राजस्थान के नागौर में 2 दलित युवकों को चोरी के आरोप में बंधक बनाकर बेरहमी से पीटा गया. युवकों के प्राइवेट पार्ट में पेट्रोल डाल दिया गया, यहां तक की स्क्रूड्राइवर का भी इस्तेमाल किया. मामला तूल पकड़ने के बाद अब कार्रवाई भी शुरू हो गई है और अजमेर रेंज के आईजी का तबादला कर दिया गया है.
इस वीडियो के वायरल होने के बाद राज्य की अशोक गहलोत सरकार चौतरफा घिर गई. एक तरह जहां विपक्ष ने इस घटना की निंदा करते हुए कांग्रेस सरकार पर हमला बोला, तो वहीं पार्टी के अन्य नेताओं के साथ-साथ राज्य के डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने भी सीएम गहलोत पर निशाना साधा, क्योंकि सीएम अशोक गहलोत के पास ही गृह मंत्रालय का जिम्मा है.
हवा सिंह बने नए आईजी
इस क्रूर घटना के बाद दलित उत्पीड़न को लेकर एक बार फिर से बहस शुरू हो गई. इस बीच इस मामले में अजमेर आईजी रेंज संजीव कुमार नर्जरी का तबादला कर दिया गया है. उनकी जगह पर हवा सिंह घुमरिया को अजमेर रेंज का नया आईजी नियुक्त किया गया है.
संजीव कुमार नर्जरी को अब जयपुर भेज दिया गया है, जहां उन्हें आर्म्ड बटालियन का पुलिस महानिरीक्षक बनाया गया है. वहीं अजमेर रेंज के आईजी बनने से पहले हवा सिंह जयपुर में पुलिस महानिरीक्षक, कानून-व्यवस्था, पुलिस मुख्यालय थे.
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गहलोत पर पायलट का निशाना
इससे पहले दलित युवक की पिटाई और आपत्तिजनक वीडियो वायरल करने के मामले में पुलिस ने सातों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट कर इस मामले की जानकारी दी थी.
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इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने अपनी ही सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा था कि सूबे के गृह मंत्री को जवाबदेही तय करनी होगी. इस घटना से हम शर्मिंदा हैं और हम जांच के लिए अपनी टीम भेज रहे हैं. घटना में लापरवाही हुई है. इसके खिलाफ जांच होनी चाहिए.
सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम लिए बिना कहा कि राजस्थान के गृह मंत्रालय को आत्म चिंतन करना होगा. पायलट ने कहा कि इस सिस्टम में कमी है. इसमें कोई बहस की बात नहीं है कि लापरवाही हुई है या नहीं. लापरवाही हुई है. इस पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. गृह मंत्रालय को निश्चित रूप से और अधिक कार्रवाई करने की जरूरत है.