पहलू खान मामले में फैसले को लेकर बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की अध्यक्ष मायावती को राजस्थान की कांग्रेस सरकार के खिलाफ ट्वीट करना महंगा पड़ गया. बहुजन समाज पार्टी के राजस्थान के 6 विधायकों ने शुक्रवार को अपनी पार्टी के मुखिया मायावती की बात को यह कहकर खारिज कर दिया कि वह लखनऊ में बैठी हैं, उन्हें क्या पता कि राजस्थान में क्या हो रहा है.
बीएसपी विधायकों ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार पूरी संवेदनशीलता के साथ पहलू खान के मामले में आगे बढ़ी है. हम सरकार के इस कदम से बिल्कुल संतुष्ट हैं. दरअसल, मायावती ने ट्वीट करके कहा था कि कांग्रेस सरकार की लापरवाही की वजह से पहलू खान के आरोपी छूट गए हैं. पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के मामले में वहां की सरकार अगर सतर्क रहती तो क्या यह संभव था, शायद कभी नहीं. इसके बाद बहुजन समाज पार्टी के राजस्थान के 6 विधायक मुख्यमंत्री कार्यालय में सीएम अशोक गहलोत से मिलने पहुंचे और करीब 3 घंटे से ज्यादा समय मुख्यमंत्री कार्यालय में बिताया.
मुख्यमंत्री कार्यालय से बाहर निकलने के बाद विधायकों ने कहा कि मायावती जी को इस मामले में जानकारी नहीं है, इसलिए कांग्रेस सरकार के खिलाफ ट्वीट किया है. सच्चाई तो यह है कि पहलू खान के पूरे मामले की जांच बीजेपी सरकार के दौरान हुई थी. कांग्रेस सरकार इस मामले में अच्छा काम कर रही है. बीएसपी के उदयपुरवाटी से विधायक राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि हम पूरी तरह से अशोक गहलोत के साथ हैं.
बीएसपी विधायक ने यह तक कह दिया कि अशोक गहलोत से बढ़िया मुख्यमंत्री पूरे देश में नहीं है. दूसरे विधायक वाजिद अली ने भी मायावती के ट्वीट से खुद को अलग कर लिया. वहीं नेम सिह खेरिया ने कहा कि मायावती जी को पूरे प्रकरण की जानकारी नहीं है. इसके अलावा नदबई के विधायक जोगिंदर सिंह अवाना ने भी मायावती के बयान से खुद को अलग कर लिया.
गहलोत सरकार को समर्थन
साफ है कि राजस्थान में बहुजन समाज पार्टी के विधायक राजस्थान में गहलोत सरकार को समर्थन दे रहे हैं. पिछली बार भी अशोक गहलोत सरकार को पूर्ण बहुमत नहीं मिला था तो बीएसपी के 6 विधायकों ने समर्थन दिया था लेकिन बाद में सभी छह विधायक कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए थे.
बता दें कि कुछ दिन पहले पार्टी के विधायक राजेंद्र गुढ़ा ने तो मायावती पर यहां तक आरोप लगा दिया था कि वह पैसे लेकर टिकट बेचती हैं, हालांकि उस वक्त बाकी के 5 विधायकों ने इसका विरोध किया था लेकिन आज बाकी के 5 विधायक भी राजेंद्र गुढ़ा के साथ अशोक गहलोत के समर्थन में आकर खड़े हो गए हैं.
गौरतलब है कि राजस्थान के पहलू खान मॉब लिंचिंग मामले में अदालत से सभी आरोपी बरी हो गए थे. अलवर के जिला कोर्ट ने सबूतों की कमी के आधार पर आरोपियों को संदेह का लाभ देते हुए बरी किया.