राजस्थान में राजनीतिक संकट गहराता जा रहा है. प्रदेश की गहलोत सरकार खतरे में है. उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट अपने कुछ विधायकों के साथ दिल्ली में हैं. कांग्रेस में जारी जंग का फायदा भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) उठाने में जुट गई है. पार्टी की ओर से ज्योतिरादित्य सिंधिया मैदान में उतरे हैं. वह सचिन पायलट को रिझाने में लगे हैं.
कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सचिन पायलट के समर्थन में ट्वीट किया है.उन्होंने कहा कि सचिन पायलट को दरकिनार किए जाने से मैं दुखी हूं. ये दिखाता है कि कांग्रेस में काबिलियत और क्षमता की कोई अहमियत नहीं है. बता दें कि सचिन पायलट और ज्योतिरादित्य सिंधिया की दोस्ती जगजाहिर है.
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Sad to see my erstwhile colleague, @SachinPilot too, being sidelined and persecuted by Rajasthan CM, @ashokgehlot51 . Shows that talent and capability find little credence in the @INCIndia .
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) July 12, 2020
राजस्थान में अगर आज गहलोत सरकार सत्ता में है तो इसका श्रेय बहुत हद तक सचिन पायलट को भी जाता है. वहीं मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में जब कांग्रेस सरकार बनाने में सफल हुई थी तो इसके पीछे ज्योतिरादित्य सिंधिया ही थे. हालांकि सिंधिया को इसका फायदा नहीं मिला. पार्टी ने अपने वरिष्ठ नेता कमलनाथ को ही गद्दी सौंपी. हालांकि बाद में कांग्रेस को खामियाजा भुगतना भी पड़ा है.
ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने कुछ विधायकों के साथ बीजेपी में शामिल हो गए, जिसका परिणाम ये हुआ कि राज्य में कमलनाथ सरकार गिर गई और शिवराज सिंह चौहान की एक बार फिर सत्ता में वापसी हुई.
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कपिल सिब्बल चिंतित
उधर कांग्रेस में जारी संकट से वरिष्ठ नेता भी चिंतित हैं. कपिल सिब्बल ने रविवार को एक ट्वीट किया है. उन्होंने कहा कि अपनी पार्टी के लिए चिंतित हूं, क्या घोड़ों के अस्तबल से निकलने के बाद ही हम जागेंगे? इस ट्वीट के माध्यम से कपिल सिब्बल का कहना साफ है कि पार्टी क्या चीजें हाथ से निकलने के बाद जागेगी.