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राजस्थान: बीजेपी का तंज- सरकार बचाने के लिए जैसलमेर भागे, अब आगे पाकिस्तान

पूनिया ने कहा कि सरकार इस सत्र में भी विपक्ष के जरिए उठाए जाने वाले मुद्दों का सामना नहीं कर पाएगी. हम पूरी तैयारी के साथ प्रदेश के आमजन के मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने के लिए तैयार हैं.

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विधायकों के साथ राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (फाइल फोटो-पीटीआई)
विधायकों के साथ राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (फाइल फोटो-पीटीआई)

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  • राजस्थान में सियासी टकराव जारी
  • सतीश पूनिया का गहलोत पर निशाना

राजस्थान में सियासी पारा पिछले कई दिनों से चढ़ा हुआ है. वहीं अब राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनकी सरकार पर निशाना साधा है. विधायकों को जैसलमेर ले जाने के मुद्दे पर सतीश पूनिया का कहना है कि आगे पाकिस्तान है, सरकार कहां तक भागेगी.

सतीश पूनिया ने कहा, 'अशोक गहलोत कांग्रेस को टूट से बचाने के लिए विधायकों को जैसलमेर ले गए हैं. सरकार कहां तक भागेगी, आगे तो अब पाकिस्तान ही है. अच्छा है इन सबको एक-एक पीपा और दे दो, टिड्डी भगाने के काम आएंगे. इससे किसानों का कुछ तो भला होगा. किसानों का कर्जा तो आपने माफ किया नहीं.'

पूनिया ने कहा, 'जब कांग्रेस पार्टी के सभी विधायक एकजुट हैं, कोई खतरा नहीं है, सब ठीक है तो बाड़ा क्यों? और बिकाऊ कौन है? उनके नाम सार्वजनिक करिए. मुख्यमंत्री को बाड़े में भी विधायकों पर अविश्वास क्यों है? जयपुर से जैसलमेर के बाद आगे तो पाकिस्तान है. हकीकत से कब तक दूर भागेंगे जादूगर जी.'

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उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत की बात सुनी, दिल्ली जाना कौन सा गुनाह है? आप भी दिल्ली-मुंबई जाते हो? हम भी बीजेपी के काम से बार-बार जाएंगे, तो क्यों बता कर जाएं. यह हास्यास्पद है कि दिल्ली जाने का मतलब सरकार गिराना है. मुख्यमंत्री गहलोत बीजेपी को क्यों दोष देते हैं, सरकार गिर रही है तो बचाना हमारी जिम्मेदारी है क्या?

पूनिया ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सरकार इस सत्र में भी विपक्ष के जरिए उठाए जाने वाले मुद्दों का सामना नहीं कर पाएगी. हम पूरी तैयारी के साथ प्रदेश के आमजन के मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने के लिए तैयार हैं. पिछले दो सत्रों में भी सरकार घुटने के बल थी.

पार्टी टूट रही

उन्होंने कहा कि कांग्रेस की जो स्थिति राजस्थान में है, वो कांग्रेस और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दोनों के लिए आत्मघाती है. मुख्यमंत्री ने भी तय कर लिया होगा कि कांग्रेस उनके हाथ से खत्म हो. महात्मा गांधी तो नहीं कर पाए, उनके आचरण से लग रहा है कि इस जिद के कारण खुद की पार्टी टूट रही है और वो राजी हो रहे हैं.

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उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री धमकियां दे रहे हैं. मुकदमे लगवा रहे हैं. बात लोकतंत्र की कर रहे हैं और तानाशाही उनके खुद के दिमाग में है. गवर्नेंस के नाम पर जीरो हैं. मुख्यमंत्री के इस आचरण से कांग्रेस की तीसरी पीढ़ी विशेषकर युवा नेतृत्व उपेक्षित हो रहा है. उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत की जिद से उनकी सरकार और पार्टी पर संकट है. इनके लोग एक्सपोज हो चुके हैं. ऐसे में स्पीकर की निष्पक्षता बची थी, उसको भी इन्होंने तार-तार करवा दिया. जिसके बारे में पूरा प्रदेश अच्छे से जान चुका है.

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पूनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री बात तो करते हैं लोकतंत्र की, नैतिकता की, संविधान की लेकिन 2008 और 2018 में बीएसपी और छोटे दलों की बैसाखी के सहारे उन्होंने मैंडेट हासिल किया और किसी न किसी तरीके से इन विधायकों को मैनेज किया होगा. उन्होंने कहा कि जिस तरीके से विधायकों को बाड़ाबंदी में रखा जा रहा है, पूरा प्रदेश और देश देख रहा है. जब कांग्रेस में एकता है, भय नहीं है तो फिर बाड़ा खोल दो, फिर जगह-जगह विधायकों को बाड़े में क्यों रखा जा रहा है?

पूनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री को किस बात का डर है. आप तो लोकतंत्र के ज्ञाता हो, आपको तो डर होना ही नहीं चाहिए. बाडे़ में रखकर विधायकों को परेशान किया जा रहा है. उनके घरवाले उनसे मिलने के लिए परेशान हो रहे हैं. आप बाड़ा खोलो, सरकार चलाओ, फेयरमाउंट के बजाए सचिवालय से काम करो, आमजन को काम होगा तो जैसलमेर कैसे जाएगा?

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टिड्डी नियंत्रण पर एक्शन प्लान

टिड्डी नियंत्रण को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में पूनिया ने कहा कि टिड्डी नियंत्रण के मामले में केंद्र सरकार ने पूरा एक्शन प्लान बनाया है. उसको लेकर काम भी तेजी से चल रहा है, लेकिन राज्य सरकार के सहयोग के बिना यह संभव नहीं है. राज्य सरकार को यह कंफर्ट है कि वो केंद्र पर झूठे आरोप लगाकर खुद पल्ला झाड़ लेती है.

उन्होंने कहा कि जरूरत इस बात की है कि केंद्र सरकार के साथ राज्य सरकार को भी सामंजस्य बनाने की जरूरत है. जिससे इस समस्या का पूरी तरह समाधान हो सके. इसके लिए केंद्र सरकार की तरह राज्य सरकार के स्तर पर भी ठोस कार्ययोजना की जरूरत है.

उन्होंने कहा कि टिड्डी नियंत्रण को लेकर केंद्र सरकार प्रतिबद्ध है. केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने जो वादा किया था उसे पूरा कर कृषि मंत्रालय के जरिए टिड्डी नियंत्रण के लिए हैलिकाॅप्टर खरीदे हैं, जिनसे छिड़काव कर टिड्डी नियंत्रण का कार्य तेजी से किया जा रहा है.

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