कांग्रेस की हलचल अब राजस्थान पहुंच रही है. राजस्थान का राजनीतिक तापमान फिर चढ़ सकता है. इस बार सीएम अशोक गहलोत के लिए दिक्कतें पैदा कर रहे हैं बहुजन समाज पार्टी से कांग्रेस में आए विधायक. बीएसपी से कांग्रेस में आए 4 एमएलए बगावत के मूड में हैं. लंबे इंतजार के बाद 4 विधायक दिल्ली पहुंचे हैं, तो दो विधायक देर रात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलने पहुंचे हैं. इसी के साथ राज्य में राजनीतिक गतिविधियां रफ्तार पकड़ रही है.
बता दें कि बीएसपी से 6 विधायकों को सीएम अशोक गहलोत ने कांग्रेस में काफी पहले ही शामिल कराया था. कहा जा रहा है कि इन विधायकों को तब मंत्रीपद का भरोसा दिया गया था. अब इन 6 में से 4 विधायक बागी होने लगे हैं.
अब राजस्थान में हलचल
इन विधायकों का धैर्य जवाब देने लगा है. उन्हें लग रहा था कि मंत्रिमंडल में कोई जगह मिल जाएगी या फिर कोई सियासी पद मिल जाएगा. मगर जिस तरह से राजस्थान में मंत्रिमंडल का लगातार देर होता जा रहा है. इसे लेकर माना जा रहा है कि बसपा से आए विधायकों में भारी नाराजगी है. इसकी वजह से 4 विधायक दिल्ली पहुंचे हैं. दिल्ली में इन विधायकों का क्या कार्यक्रम पर इस पर अभी अटकलें लगाई जा रही है.
जो चार विधायक दिल्ली आए हैं उनमें राजेंद्र सिंह गुढ़ा, वाजिब अली, संदीप कुमार, लाखन सिंह शामिल हैं. एक चारों विधायक एक ही गाड़ी से दिल्ली पहुंचे हैं. दरअसल कहानी में यहां भी ट्विस्ट है.
इन विधायकों द्वारा कांग्रेस में जाने के फैसले को बसपा ने सुप्रीम कोर्ट में दलबदल कानून के तहत विलय को चुनौती दे रखी है. दो दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने इन विधायकों से फाइनल जवाब पेश करने को कहा है. अब इन विधायकों को सदस्यता जाने का डर सता रहा है.
अमित शाह साथ देंगे तो उनके साथ चले जाएंगे
इस बीच विधायक राजेंद्र सिंह गुढ़ा का बयान आया है कि वे दूसरे विधायकों के साथ सदस्यता बचाने के लिए कानूनी उपाय तलाशने दिल्ली जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारा तो अब न घर बचेगा न ही ठिकाना, हमारी प्राथमिकता अब सदस्यता बचाने की है. विधायक गुढ़ा ने कहा कि दिल्ली में वे लोग राहुल गांधी समेत जो भी कांग्रेसी नेता मिलेंगे, उन सबसे मुलाकात करेंगे. विधायक संदीप यादव और वाजिब अली ने कहा कि हमें तो तिनके का सहारा चाहिए. मायावती, अमित शाह या राहुल गांधी जो भी सहारा देगा हम उन सबसे मिल लेंगे. दिल्ली आए इन विधायकों ने कहा कि हमें तो साथ चाहिए हमारा जो साथ देंगे उनके साथ चले जाएंगे. अमित शाह हो या मायावती, साथ देंगे तो उनके साथ चले जाएंगे.
2 विधायक अभी भी गहलोत के साथ
खबर यह भी है कि बसपा से कांग्रेस में आए छह विधायकों में दो खेमे बन गए हैं. छह में से चार विधायक दिल्ली गए लेकिन दो विधायक नहीं गए हैं. जोगिंदर सिंह अवाना और दीपचंद खैरिया दिल्ली नहीं गए हैं. देर रात दोनों विधायकों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की है और वर्तमान हालात को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से चर्चा की है. जोगेंद्र सिंह अवाना के साथ उनके पुत्र हिमांशु अवाना भी थे. विधायक जोगिंदर सिंह अवाना ने कहा हम मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ हैं.