राजस्थान विधानसभा में बुधवार को कांग्रेस विधायक रमेश मीणा ने गहलोत सरकार पर एससी-एसटी विधायकों संग भेदभाव करने का आरोप लगाया. उनके इस आरोप पर विधासभा अध्यक्ष सीपी जोशी भड़क गए और कांग्रेस सचेतक से उन्हें समझाने के लिए कहा.
हुआ यूं कि अशोक ग़हलोत सरकार के पूर्व मंत्री रमेश मीणा को विधानसभा में प्रश्न पूछने के लिए उनका नाम पुकारा गया. रमेश मीणा बोलना शुरू ही किए थे कि उनके माइक में कुछ खराबी आ गई. उन्होंने कहा कि माइक काम नहीं कर रहा है. इतना सुनते ही विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी भड़क गए. उन्होंने कहा कि ''माइक देखने का काम मेरा नहीं है. आप पीछे जाकर सवाल पूछिए.'' सीपी जोशी के गुस्से पर रमेश मीणा भी चुप नहीं रहे. उन्होंने भी अपना गुस्सा जाहिर कर दिया. रमेश मीणा बोलते रहे और सीपी जोशी को उनकी बातें नागवार गुजरती रहीं. CP जोशी के बेवजह नाराज़ होने पर हर कोई हैरान था.
सचिन पायलट के कट्टर समर्थक पूर्व मंत्री रमेश मीणा ने इस दौरान आरोप लगाया कि विधानसभा में 50 से ज़्यादा SC-ST के विधायक हैं. मगर इस तरह से सिटिंग अरेंजमेंट की गई है कि SC-ST के विधायकों को पीछे बैठाया जाता है. यह बिलकुल जायज़ नहीं है. इस पर सीपी जोशी बार-बार कांग्रेस के सचेतक की तरफ इशारा कर बोल रहे थे कि आप अपने विधायकों को समझाइए नहीं तो मैं नाम लूंगा.
मगर रमेश मीणा अपनी बात कहते जा रहे थे. सीपी जोशी ने कहा कि मैं पसंद नहीं हूं तो मुझे हटा दीजिए मगर मैं जबतक इस पद पर हूं. नियम से सदन चलाऊंगा. इस दौरान रमेश मीणा ने यह भी कहा कि जब माइक ही काम नहीं कर रहा है तो प्रश्न क्या पूछें. यह कहने का अधिकार तो है कि कैसी व्यवस्था की गई है कि जिसमें SC-ST के विधायकों को पीछे बैठाने की व्यवस्था है.