राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में बौंली तहसील का एक छोटा सा गांव बोरदा गांव इन दिनों खूब चर्चा में है. वजह है एक छोटा सा शादी का कार्ड और उस पर छपा संदेश. लोग शादी के कार्ड में दोहे लिखवाते हैं, मंत्र लिखवाते हैं, शायरी और शुभ संदेश भी लिखवाते हैं. लेकिन इस गांव के रहने वाले रमेश चंद्र शर्मा ने अपनी बेटी की शादी के कार्ड पर हेलमेट पहनने का संदेश छापा है.
उन्होंने कार्ड पर लिखवाया है, 'पहले हेलमेट लगाओ, फिर बाइक चलाओ.' सड़क सुरक्षा का संदेश देने के इस अनूठे तरीके को खूब सराहना मिल रही है. पुलिस महकमे के आला अधिकारी भी उनके इस प्रयास की जमकर तारीफ कर रहे हैं.
रमेश चंद्र शर्मा पेशे से अध्यापक हैं और अपने ही गांव में एक एनजीओ और निजी शिक्षण संस्थान चलाते हैं. 5 जून को उनकी बेटी पूनम की शादी है. उनका कहना है कि वह 1994 से दुपहिया वाहन चला रहे हैं और कभी भी बिना हेलमेट के वाहन नहीं चलाते.
तीन महीने पहले रमेश चंद्र शर्मा की मुलाकात जोधपुर के सेंटर फॉर रोड सेफ्टी की कॉर्डिनेटर प्रेरणा सिंह से हुई थी. तब शर्मा ने सड़क हादसों की रोकथाम के संबंध में ट्रेनिंग ली थी और उन्हें जिले में सड़क सुरक्षा का संदेश और जागरूकता फैलाने के लिए चुना गया था. लेकिन वह संदेश का यह तरीका खोज निकालेंगे, यह किसी ने नहीं सोचा था.
पत्नी ललिता के साथ रमेश चंद्र शर्मा
रमेश चंद्र शर्मा का कहना है कि उन्होंने लगभग 500 कार्ड छपवाए हैं. उनके मुताबिक, एक परिवार में 5 से 10 लोग होते हैं. इस तरह उनकी इस कोशिश से करीब 5 हजार लोगों तक यह संदेश जा सकता है.