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राजस्थान: जयपुर की सड़कों पर तीसरे मोर्चे ने दिखाई अपनी ताकत

राजस्‍थान विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई हैं. इसी के तहत निर्दलीय विधायक हनुमान बेनीवाल ने रविवार को रोड शो किया.

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रोड शो में शामिल युवाओं में दिखा जोश (फोटो-शरत कुमार)
रोड शो में शामिल युवाओं में दिखा जोश (फोटो-शरत कुमार)

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राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले जयपुर की सड़कों पर रविवार को तीसरे मोर्चे ने अपनी ताकत दिखाई. निर्दलीय विधायक हनुमान बेनीवाल ने अपने पार्टी के नाम के ऐलान से पहले जयपुर में 10 किलोमीटर का रोड शो किया. इस रोड शो में बड़ी संख्या में युवाओं ने भाग लिया.

बेनीवाल के रोड शो में शामिल ज्यादातर युवाओं की उम्र 25 से 35 साल की थी. बेनीवाल के रोड शो में शामिल युवाओं में भारी उत्साह था और पूरे 10 किमी तक नाचते-गाते रहे. रोड शो मानसरोवर मेट्रो स्टेशन से निकलकर सहाकार रोड तक गया. बता दें कि निर्दलीय हनुमान बेनीवाल सोमवार को जयपुर में हुंकार रैली करने वाले हैं.

बेनीवाल का जाट युवाओं में खासा असर

बेनीवाल के जाट युवाओं में खासा असर माना जाता है. राजस्थान में करीब 12 फीसदी जाट हैं जो कि 70 सीटों पर निर्णायक भूमिका में रहते हैं. माना जा रहा है कि सीपीएम, बहुजन समाज पार्टी और बीजेपी के विधायक रहे घनश्याम तिवाड़ी के साथ मिलकर तीसरा मोर्चा खड़ा कर रहे हैं. अगर ऐसा होता है तो कांग्रेस और बीजेपी की बन रही रणनीति धाराशायी हो सकती है. बेनीवाल युवाओं से नौकरी और किसानों से कर्जमाफी जैसे वादे कर रहे हैं.

जनता दल था मजबूत तीसरा मोर्चा

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राज्य में जनता दल के रूप में आखिरी बार एक मजबूत तीसरा मोर्चा बना था जिसका पूर्व मुख्यमंत्री भैरो सिंह शेखावत ने बीजेपी में विलय करा लिया था. 2003 में इनेलो ने पांच सीटों पर जीत हासिल की, तब वसुंधरा ने इसका बीजेपी में विलय करा लिया. 2008 में बहुजन समाज पार्टी ने 6 सीटें जीतकर अपनी मौजूदगी जताई थी लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसका कांग्रेस में विलय करा दिया. 2013 में संगमा की पार्टी एनपीपी के बैनर तले किरोड़ी लाल मीणा ने मोदी लहर में भी 3 सीटें जीती थीं और 10 से ज्यादा सीटों पर दूसरे स्थान पर रहे थे मगर मीणा ने एनपीपी का बीजेपी में विलय कर लिया.

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