राजस्थान के भरतपुर में जयपुर की एसओजी टीम ने दो ऐसे 'मुन्नाभाई' गिरफ्तार किए हैं जो 1.50 लाख रुपये लेकर एक अभ्यर्थी की जगह परीक्षा दे रहे थे. ये मुन्नाभाई लाइब्रेरियन सेकंड ग्रेड की परीक्षा दे रहे थे.
दरअसल, इस गैंग का पता जयपुर की स्पेशल ऑफिसर्स ग्रुप (SOG) टीम को लगा तो जयपुर से एसओजी की टीम भरतपुर पहुंची. यहां कोतवाली थाना इलाके के सुरजीत स्कूल में लाइब्रेरियन सेकंड ग्रेड की परीक्षा आयोजित हो रही थी. इसमें करौली निवासी धन सिंह मीणा की जगह उसे पास कराने के लिए बाड़मेर निवासी अशोक कुमार परीक्षा दे रहा था और परीक्षा केंद्र से बाहर से उसका साथी बाड़मेर निवासी श्रवण कुमार उसकी मदद कर रहा था.
एसओजी टीम ने दबिश देकर दोनों 'मुन्नाभाइयों' को परीक्षा केंद्र में परीक्षा देते हुए गिरफ्तार कर लिया है. इस गैंग का धन सिंह मीणा से 1.50 लाख रुपये में सौदा तय हुआ था. लेकिन पता लगने पर जयपुर की एसओजी टीम ने दबिश दी और परीक्षा दे रहे अशोक कुमार और उसके साथी श्रवण कुमार को गिरफ्तार कर लिया.
जानकारी के मुताबिक, लाइब्रेरियन सेकंड ग्रेड परीक्षा की तैयारी करने के लिए करौली निवासी धन सिंह मीणा ने जयपुर में एक कोचिंग सेंटर ज्वाइन किया था जहां उसकी मुलाकात ऐसे गैंग से हुई जो रुपये लेकर अभ्यर्थी को पास कराने के लिए खुद परीक्षा में बैठते हैं. जयपुर एसओजी टीम को इस गैंग के बारे में समय से पहले ही पता चल गया और टीम ने तुरंत भरतपुर पहुंचकर इन्हें गिरफ्तार कर लिया.
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अब एसओजी टीम इस गैंग से जुड़े अन्य सदस्यों की पहचान करने में जुटी हुई है. इससे प्रदेश में इस गैंग का जल्दी ही भंडाफोड़ होने की उम्मीद है. सीओ भरतपुर सतीश वर्मा ने बताया कि लाइब्रेरियन सेकंड ग्रेड की परीक्षा के दौरान यह पूरा मामला सामने आया है. एसओजी द्वारा इस मामले की जांच की जा रही है.