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राजस्थान: टोंक में बाढ़ का कहर जारी, घरों और बाजार में घुसा पानी

बाढ़ में तबाह हुए एक परिवार के पास कुछ बचा नहीं है. मलबे के ऊपर बैठे एक शख्स ने कहा कि अच्छा हुआ कि बाढ़ दिन में आई, नहीं तो रात में अगर यह घटना हुई होती तो कोई बचता नहीं.

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बाढ़ में फंसे हुए लोग (तस्वीर- शरत कुमार)
बाढ़ में फंसे हुए लोग (तस्वीर- शरत कुमार)

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राजस्थान के टोंक जिले के दतवास इलाके में बाढ़ का कहर जारी है. पिछले 12 घंटे से आसपास के आधा दर्जन गांवों और कस्बों में पानी भरा हुआ है. बांध टूटने की वजह से पानी इतनी तेजी से बह रहा है कि गांव का पूरा बाजार बह गया है. बाढ़ की वजह से हालात ऐसे हो गए हैं कि लोग पानी से बचने के लिए छतों पर सहारा ले रहे हैं.

अब तक रस्सियों के सहारे कुछ लोगों को पानी से बाहर निकाला गया है. दतवास बाजार में कई दुकानों के अंदर से सारे सामान पानी में बह गए हैं. दतवास थाने की हालत तो ऐसी थी कि पूरा का पूरा रिकॉर्ड खत्म हो गया और जो गाड़ियां खड़ी थीं वे बहती हुईं गांव के बाहर चली गईं.

बाढ़ की वजह से कई लोगों के मकान जमींदोज हो गए, जिनके पास अब कोई आसरा नहीं है. आजतक की टीम जब गांव पहुंची तो देखा कि एक घर पूरी तरह से तबाह हो गया है और घर के मलबे के ऊपर एक परिवार बैठा हुआ है.

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बाढ़ में तबाह हुए परिवार के पास कुछ बचा नहीं है. मलबे के ऊपर बैठे एक शख्स ने कहा कि अच्छा हुआ कि बाढ़ दिन में आई, नहीं तो रात में अगर यह घटना हुई होती तो कोई बचता नहीं.

गांव वालों ने इनके घर के लोगों को खाना तो खिला दिया है, मगर प्रशासन की तरफ से किसी तरह की कोई सहायता इन तक नहीं पहुंची है. पीड़ित परिवार की एक महिला ने कहा कि क्या खाएंगे और कहां रहेंगे, कुछ पता नहीं चल रहा है. मलबे पर बैठा शख्स बद्री मजदूरी करता है, और इसी से उसका घर चलता है.

इस गांव में एसडीआरएफ की टीम तैनात है जो रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है. लोगों को रस्सियों की मदद से बाहर निकाला जा रहा है.

जिन जगहों से पानी कम हो रहा है, वहां से लोगों को ट्रैक्टर की मदद से बाहर निकालकर पहुंचा जा रहा है. प्रशासन की तरफ से लोगों को चेतावनी दी गई है कि जिनके घर निचले इलाके में है वे अपने घर में नहीं लौटें. इसी दौरान कई लोग जान जोखिम में डालकर अपने घरों से सामान निकालते दिखे.

जो लोग घरों में फंसे हुए हैं और उनके घरों में पानी भरा हुआ है, उन्हें एसडीआरएफ की टीम रस्सियों के सहारे बाहर खींच रही है. गांव वालों का कहना है कि सुबह 7:30 बजे अचानक तेज हवा के साथ बरसात हुई और पूरे गांव में पानी भर गया. जो जहां था वह अपना सामान छोड़कर छतों पर भागा जिनके पास छत नहीं थे वे पड़ोसी के यहां भागे.

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बिजली चले जाने की वजह से संचार के साधन भी ठप पड़ गए. मोबाइल भी काम नहीं कर रहा था, ऐसे में किसी तरह से प्रशासन को सूचना दी गई और दोपहर होने तक प्रशासन के लोग मौके पर पहुंचे.

दोपहर के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन चालू किया गया. प्रशासन का कहना है कि आसपास के इलाकों में बारिश बंद हो गई है. अब धीरे-धीरे पानी उतर जाएगा लेकिन लोगों के दिलों में खौफ बैठा हुआ है कि अगर फिर से बारिश शुरू हुई तो हालात और खराब हो जाएंगे.

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