राजस्थान के हिंगोनिया गौशाला में बीते दिनों 200 से ज्यादा गायों की मौत का मामला शुक्रवार को विधानसभा में उठाया गया. इस मुद्दे पर कांग्रेस विधायकों और मार्शलों के बीच जमकर हाथापाई हुई. विधायकों के बीच मारपीट की नौबत आने पर विधानसभा स्थगित कर दी गई. कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी ने सरकार पर जवाब नहीं होने की वजह से जान-बूझकर पिटवाने का आरोप लगाया है
सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस विधायकों ने हिंगोनिया गौशाला में भूख-प्यास से गायों की मौत का मामला उठाया और इसपर चर्चा की मांग की. बीजेपी ने इस मामले पर बहस करने से इनकार कर दिया, जिसके बाद हंगामा शुरू हो गया. कांग्रेस विधायक हाथ में गायों को बचाने की तख्तियां लेकर बेल में नारेबाजी करने लगे. हंगामा बढ़ता देख स्पीकर ने मार्शल बुला लिए. इससे नाराज कांग्रेस विधायक मार्शलों से भीड़ गए और फिर सदन अखाड़ा बन गया. गाय तो पीछे छूट गई और फिर राजनीति शुरू हो गई.
विधानसभा के इतिहास का काला दिन
सदन स्थगित होने के बाद कांग्रेस ने सदन के बाहर प्रदर्शन किया. 'आजतक' ने इस खबर का खुलासा किया था कि किस तरह से सरकारी गौशाला में गायें मर रही हैं. अंदर धक्का-मुक्की के बाद बाहर आकर दोनों हीं पार्टियों के विधायकों ने कहा कि आज का दिन विधानसभा के इतिहास का काला दिन है.
क्या कहते हैं संसदीय कार्य मंत्री?
इस बारे में संसदीय कार्य मंत्री राजेंद्र राठौड़ का कहना है कि ये एक दिन के लिए जीएसटी पास करवाने के लिए सत्र रखा गया है. इसमें किसी बात पर चर्चा नहीं हो सकती है. बीजेपी सरकार ने इसे संसदीय इतिहास का काला दिन बताया है.