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राजस्थान: सरकारी अस्पताल की बदइंतजामी का बनाया वीडियो, मरीज की हो गई कोरोना से मौत

कोरोना संक्रमित होकर अस्पताल में भर्ती हुए जयपुर के नवरत्न ने सरकारी अस्पताल में फैली अव्यवस्थाओं से परेशान होकर यह वीडियो बनाया था. लेकिन शायद उन्हें ये नहीं पता होगा कि ये उनके जीवन का आखिरी वीडियो होगा.

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सरकारी अस्पताल की बदइंतजामी का बनाया वीडियो (फोटो- शरत कुमार)
सरकारी अस्पताल की बदइंतजामी का बनाया वीडियो (फोटो- शरत कुमार)

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  • वीडियो में अस्पताल की बदइंतजामी को दिखाया गया है
  • मृतक के परिवार को दो दिनों बाद दी गई मौत की सूचना

राजस्थान में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. राजस्थान के सरकारी अस्पताल की पोल खोलने वाला एक वीडियो भी सामने आया है. कोरोना मरीज नवरत्न ने राजस्थान के सरकारी अस्पताल की पोल खोलने वाला वीडियो बनाया था. वीडियो में अस्पताल की बदइंतजामी को दिखाया गया है.

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कोरोना संक्रमित होकर अस्पताल में भर्ती हुए जयपुर के नवरत्न ने सरकारी अस्पताल में फैली अव्यवस्थाओं से परेशान होकर यह वीडियो बनाया था. लेकिन शायद उन्हें ये नहीं पता होगा कि ये उनके जीवन का आखिरी वीडियो होगा.

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15 जून को नवरत्न को जयपुर के आरयूएचएस अस्पताल के कोरोना वार्ड में भर्ती कराया था और 20 जून को उनके परिवार को सूचना मिली कि उनका शव मोर्चरी में रखा हुआ है. हालांकि अस्पताल प्रशासन का कहना है कि नवरत्न की मौत कोरोना से हुई है.

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समय से नहीं मिल पाई नवरत्न की मौत की सूचना

जयपुर के ब्रह्मपुरी इलाके के रहने वाले नवरत्न नाम के व्यक्ति ने प्राइवेट अस्पताल में जांच कराई तो पता चला कि वो कोरोना पाॉजिटिव हैं. जिसके बाद वह खुद सरकारी अस्पताल के कोरोना वार्ड में एडमिट हो गए. लेकिन 20 जून को नवरत्न के बेटे सूरज को पता चला कि उसके पिता की मौत हो गई है.

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सवाई मानसिंह अस्पताल की मोर्चरी में दो दिन तक नवरत्न का शव पड़ा रहा. मोर्चरी में ही काम करने वाले एक व्यक्ति जो कि नवरत्न के परिवार का जानकार था उसको शक हुआ तो नाम और पता का मिलान कराया. जिसके बाद पता चला कि ये कोई और नहीं बल्कि नवरत्न ही है जिनकी मौत हो गई.

अस्पताल प्रशासन की एक और गलती से नवरत्न के परिजनों को सही समय पर सूचना ही नहीं मिली. क्योंकि जो पता और नंबर अस्पताल में दाखिल होने से पर्ची पर लिखा था, उसको डिस्चार्ज स्लिप में बदल दिया गया. यानी मरीज का नाम और पता जयपुर से बदलकर भरतपुर का दिखा दिया गया. जिसके बाद मोर्चरी में सही मिलान न हो पाने की वजह से नवरत्न के परिवार को भी उनकी मौत की सूचना दो दिनों तक नहीं मिल पाई.

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