राजस्थान में आज जिला परिषद और पंचायत समिति के पहले चरण की वोटिंग होगी. इस चुनाव के लिए बीजेपी और कांग्रेस दोनों दलों के केंद्रीय मंत्रियों से लेकर विधायकों तक ने खूब पसीना बहाया है. सोमवार को पहले चरण का मतदान हो रहा है. राज्य के 21 जिलों में जिला परिषद और 65 पंचायत समिति के 1310 सदस्यों के लिए सुबह 7:30 बजे से लेकर शाम 5:00 बजे तक वोट डाले जाएंगे. शहरों में लचर प्रदर्शन के बाद गांव में बीजेपी को अपने पिछले प्रदर्शन को दोहराना बड़ी चुनौती है. वहीं दूसरी तरफ राजस्थान सरकार को एक बार फिर से साबित करना है कि गांव में कांग्रेस मजबूत है.
पहले चरण में 33 लाख 47 हजार पुरुष और 34 लाख 90 हजार महिलाएं समेत 23 ट्रांसजेंडर शामिल हैं. इसके बाद दूसरे चरण के लिए 27 नवंबर, तीसरे चरण के लिए 1 दिसंबर और चौथे चरण के लिए 5 दिसंबर को चुनाव होने हैं. सभी चरणों के लिए 8 दिसंबर को मतगणना होगी.
कोरोना संक्रमण के बीच बीजेपी और कांग्रेस ने अपने सारे मंत्रियों और विधायकों समेत केंद्रीय नेताओं तक को इस चुनाव में उतार रखा है. कोरोना रिपोर्ट के बावजूद स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा पिछले 5 दिनों से अजमेर में चुनाव प्रचार में लगे हैं तो दूसरी तरफ केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, कैलाश चौधरी और अर्जुन राम मेघवाल जैसे केंद्र के नेता भी गांव गांव जाकर वोट मांग रहे हैं.
दरअसल बीजेपी के लिए यह चुनाव बेहद अहम है, क्योंकि पिछली बार पार्टी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए 33 जिलों में से 24 जिलों में जीत दर्ज की थी. वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी दिखाना है कि शहरों में अच्छे प्रदर्शन के बाद गांव में भी उनकी पकड़ मजबूत है. इन चुनावों के जरिए कांग्रेस और बीजेपी ग्रामीण इलाकों में प्रधान और जिला प्रमुख बनाती है जिसका असर विधानसभा और लोकसभा चुनाव पर पड़ता है.