बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने राजस्थान सरकार पर इंटरनेट को लेकर हमला बोला है. उन्होंने दावा किया है कि पिछले 10 सालों में राजस्थान में 78 बार इंटरनेट रोका गया है. यह जम्मू-कश्मीर के बाद दूसरे नंबर पर है. वहीं, जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के रोका जाता रहा है. यह कांग्रेस और राहुल गांधी का दोहरा मापदंड है.
राठौड़ ने कहा कि परीक्षा तो दूसरे राज्यों में भी आयोजित की जाती हैं, लेकिन वहां पर इंटरनेट नहीं बंद किया जाता है. व्यापार, मेडिकल सेवा, वर्क फ्रॉम होम, बैंकिंग सेवा सब इंटरनेट बंद होने से ठप्प हो जाती हैं.
राज्यवर्धन सिंह ने आंकड़े देते हुए दावा किया कि पिछले दस साल में यूपी में 29, हरियाणा- 17, बंगाल-13 बार इंटरनेट बंद हुआ पर ऐसी कौन सी आतंकी घटनाएं हुई हैं, जिसके कारण 78 बार राजस्थान में इंटरनेट बंद करना पड़ा?
वहीं, राजस्थान में डेंगू को लेकर उन्होंने निशाना साधा और कहा कि राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बैठक नहीं कर रहे हैं. वे गुजरात के प्रभारी बनाए जाने के बाद से व्यस्त हैं. यही हाल दूसरे मंत्री और मंत्रालय का है जो पंजाब के प्रभारी बनाए गए हैं. यह कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई है, लेकिन नुकसान जनता को उठाना पड़ रहा है.
उन्होंने आगे कहा, ''इंटरनेट बंद होने से चार महीने मे राजस्थान को 800 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. राजस्थान के कुछ मंत्री जिन्हें अलग-अलग जिम्मेदारियां दी गई हैं, वे कई दिनों से अपने दफ्तर में नहीं आ रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्री स्वास्थ्य संबंधी अहम बैठकों में हिस्सा नहीं ले रहे. इनकी आंतरिक खींचतान से राजस्थान की जनता को बहुत परेशानियां उठानी पड़ रही हैं.
वहीं, हाल ही में भारत और पाकिस्तान मैच के दौरान कुछ जगह पाक समर्थित कथित नारेबाजी पर राजवर्धन ने कहा कि फौजी होने के नाते मैं यह कह सकता हूं कि आप विरोधी टीम के खिलाड़ी की पीठ थपथपा सकते हैं, लेकिन अपनी टीम तो अपनी टीम होती है.