राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट) लीक मामले की आंच अब गहलोत सरकार तक पहुंच गई है. पेपर लीक का शायद यह पहला मामला होगा जहां पेपर लीक के साथ-साथ आंसर शीट भी परीक्षा से पहले मोबाइल पर मिली है. राज्यभर में छात्रों के साथ-साथ अब बीजेपी भी इसकी सीबीआई जांच के लिए आंदोलन कर रही है.
राजस्थान में जेईएन और एसआई परीक्षा लीक के बाद रीट परीक्षा पेपर लीक को लेकर कई दिनों से आंदोलन चल रहा है. राजस्थान में 26 सितंबर को दोनों पारियों में 25 लाख बेरोजगार छात्रों ने थर्ड ग्रेड और सेकेंड ग्रेड टीचर भर्ती के लिए परीक्षा दी थी.
परीक्षा सुबह 10 बजे शुरू होनी थी मगर पेपर लीक मामले में छापे मारे गए तो सवाईमाधोपुर जिले के गंगापुर सिटी में तैनात हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल के मोबाईल पर सुबह साढ़े बजे रीट परीक्षा के पेपर और आंसर सीट मिले. इन दोनों की पत्नियां परीक्षा दे रही थीं.
नेट सुबह 6 बजे से पूरे राजस्थान में बंद था लिहाजा माना जा रहा है कि रात को ही पेपर लीक हो गया था. जांचने वालों के लिए आंसर शीट कॉपी राजस्थान माध्यमिक बोर्ड तैयार करता है तो फिर सवाल उठता है कि यह पेपर लीक माफिया तक कैसे पहुंचा. इस बारे में सरकार के सामने कुछ महत्वपूर्ण सवाल रखे जा रहे हैं.
1.आंसर शीट केवल गोपनीय शाखा के पास होती है वह गंगापुर कैसे पहुंची?
2. गंगापुर डीएस एकेडमी का नाम मामले की जांच कर रही स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने लिया था फिर उसकी जांच क्यों बंद की गई?
3.फर्जीवाड़ा की वजह से डीएस एकेडमी की मान्यता शिक्षा विभाग ने रद्द की तो मुख्यमंत्री कार्यालय ने कैसे बहाल किया?
4. गोपनीय शाखा के प्रभारी जीके माथुर और डीएस एकेडमी की बातचीत के रिकॉर्ड सामने आए हैं, वो क्यों संपर्क में थे? गोपनीय शाखा के प्रभारी के खिलाफ जांच और उसके रिटायरमेंट के बाद गहलोत सरकार ने उसे वापस क्यों बुलाया?
5. पेपर ले जा रहा कंटेनर कैसे पलटा? संबंधित थाने को सूचना क्यों नहीं दी? बिना स्कॉर्ट और सुरक्षा के पेपर क्यों जा रहे थे.
6. हिंडौन के परीक्षक ने लिखित में दी है कि पेपर के सील खुले हुए थे तो जांच क्यों नहीं हो रही है?
7. पेपर लीक का आरोपी बत्तीलाल मीणा क्यों नहीं गिरफ्तार हो रहा है. बत्ती लाल मीणा और राजस्थान कांग्रेस के सचिव देशराज के कैसे गहरे संबंध हैं. देशराज मीणा के भाई शिक्षा मंत्री के लक्ष्मणगढ़ में तैनात हैं तो इसकी जांच क्यों नहीं हो रही है.
8. बीजेपी इस पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रही है.
राजस्थान सरकार का कहना है कि पेपर लीक हुआ ही नहीं था मगर मामले की जांच कर रहे एसओजी के एडीजी अशोक राठौड़ ने कहा है कि पेपर लीक हुआ था और हम जांच कर रहे हैं. बेरोजगार छात्रों के अलावा अब बीजेपी पूरे राजस्थान में आंदोलन कर रही है. राजस्थान में अबतक हुए दर्जनों परीक्षाओं में पेपर लीक हो चुके हैं और इन परीक्षाओं को सरकार को रद्द करना पड़ा है. रीट परीक्षा में भी 20 सरकारी अधिकारी और कर्मचारी गिरफ्तार और सस्पेंड हो चुके हैं और 100 से ज्यादा गिरफ्तारियां हुई हैं.