रीट सहित अन्य भर्ती परीक्षाओं में धांधली की सीबीआई से जांच की मांग पर पिछले 13 दिन से अनशन पर बैठे शौर्य चक्र विजेता विकास जाखड़ की तबीयत खराब हो गई है. डॉक्टरों ने उन्हें झुंझुनू से जयपुर रेफर कर दिया है. पिछले दिनाें ही प्रशासन ने विकास जाखड़ को जबरदस्ती भर्ती करा दिया था. वह वहां भी अनशन पर थे.
उनको अस्पताल भेजने के बाद अधिकारियों ने अनशन स्थल से टेंट भी उखाड़ दिया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि इस तरह की कार्रवाई के बाद में बेरोजगार और युवाओं में प्रशासन के प्रति भारी आक्रोश है. विकास जाखड़ ने जयपुर रेफर होते समय कहा कि यह युवाओं और बेरोजगारों की लड़ाई को वहां भी जारी रखेंगे. वहीं राजकीय भगवानदास खेतान अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ वीडी बाजिया ने बताया कि उनका स्वास्थ्य लगातार गिरता जा रहा था. उन्हें खाने के लिए कहा जा रहा था लेकिन वह अन्न ग्रहण नहीं कर रहे थे. जिसके कारण उनके कीटोन पॉजिटिव आ रहे थे. इसलिए उन्हें जयपुर रेफर किया गया है. वही विकास जाखड़ के आंदोलन के समर्थन में झुंझुनू सहित अनेक स्थानों पर कैंडल मार्च का भी आह्वान विभिन्न संगठनों की ओर से किया गया.
विकास जाखड़ के समर्थन में अब कई फौजी भी उतर आए हैं. उनके समर्थन में एक फौजी ने कहा कि हम -30 डिग्री में देश की सेवा के लिए डटे हुए हैं और हम चाहते हैं कि हम जिस तरह से ईमानदारी से काम करते हैं. हमारे आने वाले बच्चे और पीढ़ी भी ईमानदारी से नौकरी हासिल करें. देश की सेवा करें लेकिन गड़बड़ी और भ्रष्टाचार के आधार पर जो भर्ती हो रही है, इसपर रोक लगनी चाहिए.
कई फौजियों ने विकास जाखड़ को समर्थन करते हुए सेना की ड्रेस में अपने वीडियो बनाकर विकास जाखड़ को भेजे हैं. जिसको सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर विकास जाखड़ के समर्थन और अन्य भर्ती परीक्षाओं की सीबीआई की जांच की मांग के समर्थन में गांव-गांव में युवा भी आगे आने लगे हैं. वहीं दूसरी ओर एसओजी द्वारा जो गिरफ्तारियां की गई है उससे साफ हो गया है कि रीड भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हुआ था. लेकिन अभी तक वह रद्द नहीं की गई हैं. जिसको लेकर भी लाेगों ने सरकार की नियत पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है.
रिपोर्ट: नैना शेखावत