राजस्थान विधानसभा चुनाव में करारी हार झेलने के बाद कांग्रेस आलाकमान ने प्रदेश में फेरबदल का मूड बना लिया है. इसके तहत सोमवार को केंद्रीय मंत्री सचिन पायलट को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का प्रमुख नियुक्त किया गया है. पायलट इस पद पर चन्द्रभान का स्थान लेंगे जो विधानसभा चुनाव में पराजित हो गए हैं. कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने इसकी पुष्टि की है.
सचिन पायलट को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का करीबी माना जाता है. इसके साथ ही वह पार्टी की युवा ब्रिगेड में भी फिट बैठते हैं. जनार्दन द्विवेदी के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पायलट को तत्काल प्रभाव से राजस्थान प्रदेश कांग्रेस की जिम्मेदारी सौंपी है. राजनीति में युवाओं के प्रति बढ़ते आकर्षण के मद्देनजर कांग्रेस ने पहले दिल्ली में पूर्व मंत्री अरविंदर सिंह लवली को कमान सौंपी, वहीं पूर्व केंद्रीय पर्यावरण मंत्री जयंती नटराजन को संगठन में जिम्मेदारी दिए जाने की संभावना है.
दूसरी ओर, छत्तीसगढ़ में अजित जोगी विरोधी खेमे के भूपेश बघेल को प्रदेश कांग्रेस की जिम्मेदारी दी जा चुकी है. मध्य प्रदेश में अभी नया नेतृत्व नहीं दिया गया है, लेकिन राहुल गांधी के एजेंडे पर आगे बढ़ रही कांग्रेस ने युवाओं को संगठन में लाकर आम आदमी पार्टी की लहर को थामने और पार्टी को फिर से खड़ा करने की कवायद तेज कर दी है.
गौरतलब है कि सचिन पायलट राजस्थान के अजमेर से सांसद हैं. राजस्थान में पहले से ही गुटों में बंटी कांग्रेस को नए सिरे से खड़ा करने का जिम्मा पायलट को सौंपकर राहुल गांधी ने भविष्य की रणनीति का संकेत दे दिया है. राजस्थान विधानसभा चुनाव में पार्टी को दो सौ सीटों में से मात्र 21 सीटें प्राप्त हुई हैं.
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष के पद पर पायलट की नियुक्ति का स्वागत करते हुए पार्टी के राजस्थान मामलों के प्रभारी गुरूदास कामत ने कहा कि यह एक 'बेहतरीन पसंद' है और पायलट प्रदेश कांग्रेस कमेटी को एक नई दिशा प्रदान करेंगे.
सूत्रों के अनुसार पायलट के अलावा इस पद के लिए कई अन्य नेता भी दौड़ में थे जिनमें कांग्रेस महासचिव सीपी जोशी, केन्द्रीय मंत्री लालचंद कटारिया और सांसद महेश जोशी शामिल हैं.
महज 26 की उम्र में बने थे सांसद
गुर्जर समुदाय से ताल्लुक रखने वाले पायलट ने वार्टन बिजनेस स्कूल से एमबीए किया है. वह दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से ग्रेजुएट हैं और उन्होंने गाजियाबाद के आईएमटी से मार्केटिंग में डिप्लोमा किया है. वह 26 साल की उम्र में सांसद चुने गए थे.
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि पायलट 21 जनवरी को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का कार्यभार संभालेंगे. उसी दिन प्रदेश चुनाव समिति की पहली बैठक होगी, जिसमें लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी उम्मीदवारों का चयन होगा.