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पायलट गुट से लौटे तीन निर्दलीय विधायक, कहा- गहलोत ही उनके नेता हैं

किशनगढ़ से निर्दलीय विधायक सुरेश टांक ने कहा, हमारे खिलाफ कंफ्यूजन हो गया था और सरकार ने मुकदमा दर्ज करा लिया था. इसी डर से हम जयपुर नहीं आ रहे थे. हमने किसी भी तरह से विधायकों की खरीद-फरोख्त करने की कोशिश नहीं की है और हमारे नेता अशोक गहलोत हैं.

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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की फाइल फोटो (PTI)
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की फाइल फोटो (PTI)

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  • पहले सचिन पायलट के समर्थन में थे निर्दलीय MLA
  • केस दर्ज होने के कारण जयपुर न आने की कही बात

राजस्थान में सचिन पायलट कैंप में गए तीनों निर्दलीय विधायक जयपुर आने के बाद सीधे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलने पहुंचे और कहा कि उनकी आस्था अशोक गहलोत में है. निर्दलीय विधायक ओमप्रकाश ढोला, सुरेश टांक और खुशवीर सिंह जोजावर पिछले 1 महीने से पायलट कैंप में दिल्ली में थे. मगर अब इन्होंने अपनी निष्ठा बदल ली है और कह रहे हैं कि सचिन पायलट से उनकी पिछले 1 महीने से कोई बातचीत नहीं हुई है.

जयपुर लौटे इन विधायकों ने कहा कि पता नहीं है कि सचिन पायलट और उनके समर्थक विधायक दिल्ली में क्या कर रहे थे. इन तीनों विधायकों पर सरकारी मुख्य सचेतक ने एंटी करप्शन ब्यूरो में पैसे लेकर बीजेपी के लिए बांसवाड़ा जैसे आदिवासी इलाकों में विधायकों के खरीद-फरोख्त करने का मुकदमा दर्ज करवाया है.

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महुआ से निर्दलीय विधायक ओमप्रकाश होडला ने कहा, "आज ही सुबह वे जयपुर लौटे हैं और मुख्यमंत्री निवास से फोन आया कि मुख्यमंत्री मिलना चाहते हैं तो इसलिए मिलने के लिए चले गए."

होडला ने आगे कहा, "हमने कहा कि स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप और एंटी करप्शन ब्यूरो ने हम पर मुकदमा दर्ज कर लिया था, इसलिए हम नहीं आ रहे थे. हमने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपना पक्ष बताया तो उन्होंने कहा कि पहले बताना चाहिए था. अगर कोई कंफ्यूजन हुआ है तो उसे दूर किया जाएगा."

होडला ने बताया कि अशोक गहलोत उनके नेता हैं और लिखित में उनको समर्थन दिया है. सचिन पायलट से पिछले 1 महीने में दिल्ली में कोई बातचीत नहीं की और दिल्ली में वे अपने बच्चों के घर पर रह रहे थे. होडला ने कहा, हमें तो यह भी पता नहीं है कि सचिन पायलट का क्या प्लान था. उन्होंने कहा कि राजनीति में कोई अस्थाई दोस्त और दुश्मन नहीं होता है और वक्त के साथ नेता भी अपनी निष्ठा बदलते हैं. ऐसे में इसमें कुछ नया नहीं है कि आज हम इसके साथ हैं तो कल किसी के साथ नहीं जाएंगे. हमारे क्षेत्र में जो काम करवाएगा, हम उसके साथ जाएंगे.

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कुछ ऐसा ही किशनगढ़ से निर्दलीय विधायक सुरेश टांक ने कहा, "हमारे खिलाफ कंफ्यूजन हो गया था और सरकार ने मुकदमा दर्ज करा लिया था. इसी डर से हम जयपुर नहीं आ रहे थे. हमने किसी भी तरह से विधायकों की खरीद-फरोख्त करने की कोशिश नहीं की है और हमारे नेता अशोक गहलोत हैं. इस दौरान रोज हमारी कांग्रेस के नेताओं से बातचीत हो रही थी और वे हमें आश्वासन दे रहे थे. इसलिए हम अशोक गहलोत का हाथ मजबूत करने के लिए आए हैं."

टांक ने सचिन पायलट के बारे में कहा, "मैं नहीं जानता वे कहां हैं और क्या कर रहे हैं. मुझे याद नहीं है कि कभी उनसे मैं मिला होऊंगा."

तीसरे निर्दलीय विधायक खुशवीर सिंह जोजावर ने कहा, "हमारी सचिन पायलट से न अभी बात हुई है न कभी पहले बात हुई थी. हमारी कुछ समस्याएं थीं जिसे हम उठा रहे थे."

खुशवीर सिंह ने कहा कि गुजरात में हमारा प्राकृतिक चिकित्सा से इलाज चल रहा था. हमें 3 दिन बाद आना था मगर बाकी के दो निर्दलीय विधायकों ने जयपुर आने के लिए कहा तो मैं चला आया. मैं राजस्थान सरकार के साथ हूं और सचिन पायलट के साथ नहीं हूं.

गौरतलब है कि सोमवार को कांग्रेस कैंप से एक और विधायक भंवरलाल शर्मा सीधे मुख्यमंत्री निवास पहुंचे थे और कहा था कि अशोक गहलोत उनके नेता हैं.

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