सलमान खान के चिंकारा शिकार मामले में पुलिस की चार्जशीट में जिप्सी का ड्राइवर हरीश दुलानी किसी पहेली से कम नहीं है. 18 साल बाद जब सलमान खान राजस्थान हाईकोर्ट से बरी हो गए हैं तो हरीश दुलानी एक बार फिर सामने आया है. 'आज तक' से बातचीत में उसने फिर कहा कि सलमान खान ने ही हिरणों का शिकार किया था, वहीं इस बीच राजस्थान सरकार ने उसे सुरक्षा की पेशकश की है.
सुरक्षा देने को तैयार सरकार
राजस्थान के गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि हरीश ने पिछले 14 सालों में कभी भी किसी तरह की सुरक्षा की मांग नहीं की. हालांकि अगर वो चाहता है कि उसे सुरक्षा मुहैया कराई जा सकती है.
ड्राइवर की बातों में सच गायब
'आज तक' से बातचीत में दुलानी ने बताया कि वो जोधपुर में रहता है. लेकिन ये सच नहीं है, क्योंकि उसकी पत्नी कह रही है कि वो अहमदाबाद में रहते हैं. बार-बार पूछने पर भी वो नहीं बताता कि वो इतने दिनों तक कहां रहा. इसके अलावा वो कहता है कि वो कोर्ट की पेशियों पर आता रहा है, लेकिन किसी ने बुलाया नहीं, इसलिए आया नहीं. जबकि सच ये है कि जोधपुर लोअर कोर्ट और सेशन कोर्ट ने उसे 32 समन भेजे हैं, जिसमें से 8 बार जमानती वारंट से तलब किया है. लेकिन फिर भी वो कभी नहीं पेश नहीं हुआ. वो कहता है कि मैं और मेरा परिवार काफी परेशान रहा लेकिन उसको कौन धमकी दे रहा था, उसे लेकर भी साफ नहीं बता रहा है.
झूठी गवाही के लिए मिले पैसों से खरीदी थी जमीन
'आज तक' के पास इसके तीन इंटरव्यू हैं. अक्टूबर 1998 की बातचीत में उसने बताया था कि सलमान खान ने शिकार किया था और वही जिप्सी चला रहे थे. सलमान ने ही हिरण का शिकार और हलाल किया. जबकि 10 अप्रैल 2006 में सेशन कोर्ट के सलमान खान के पांच साल की सजा सुनाने से 6 दिन पहले 4 अप्रैल को इसने कोर्ट में और आजतक में बयान दिए कि सलमान खान के खिलाफ झूठी गवाही देने के लिए उसके पिता ने पैसे लेकर और मुझे धमकी देकर तैयार किया था. साथ में लूणी में जमीन की दो रजिस्ट्रियां भी कोर्ट को सौंपी गई, जिसमें बताया गया कि सलमान खान के खिलाफ बयान देने के लिए मिले पैसे से उसी वक्त पिता ने जमीन खरीदी थी.
सलमान के खिलाफ कमजोर किया था केस
आजतक से बातचीत में हरीश ने कहा कि वो भी दूध का धुला नहीं है और सलमान खान के खिलाफ साजिश में शामिल था. हरीश दुलानी पर मजिस्ट्रेट के दिए अपने बयान से पलटने पर केस दर्ज किया गया है और उसकी पेशियों पर ये लगातार आता रहा है. भले ही सलमान के हिरण शिकार के मामले में कोर्ट में पेश नही हो रहा हो. ये भी सच है कि 2001 और 2002 की दो पेशियों में आने पर हरीश दुलानी ने सलमान खान के साथ सहअभियुक्त आग्रे और गोरधन सिंह को पहचानने से इनकार कर दिया था जिससे सलमान के खिलाफ केस कमजोर हुआ था.