नाबालिग लड़की से यौन शोषण के आरोप में जेल में बंद आसाराम की रिमांड सोमवार को खत्म हो रही है. इसके अलावा आसाराम के छिंदवाड़ा आश्रम की वार्डन शिल्पी की भी रिमांड आज ही खत्म हो रही है. इन दोनों को जोधपुर पुलिस कोर्ट में पेश करेगी.
आसाराम की सबसे बड़ी राजदार है शिल्पी
गौरतलब है कि शिल्पी ने 25 सितंबर को कोर्ट में जोधपुर की एक स्थानीय अदालत में आत्मसमर्पण किया था. मध्य प्रदेश में आसाराम के छिंदवाड़ा आश्रम की वॉर्डन शिल्पी ने कथित तौर पर लड़की को जोधपुर में आसाराम के पास भेजने के लिए साजिश रची थी. लड़की छिंदवाड़ा आश्रम की छात्रा थी.
शिल्पी ने 16 साल की लड़की के माता-पिता से कहा था कि वह बुरी आत्माओं के वश में है. उसने लड़की को मनई ‘आश्रम’ में भेजे जाने की व्यवस्था की जहां आसाराम ने अगस्त में कथित तौर पर लड़की का यौन उत्पीड़न किया.
आसाराम की 'काली करतूतों' का कच्चा-चिट्ठा
इस मामले में आसाराम को 1 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था. इसके कुछ दिनों बाद उनके सहयोगी शिवा को गिरफ्त में लिया गया.
दो अन्य आरोपी- छिंदवाड़ा गुरूकुल छात्रावास के प्रभारी शरद चंद्र और रसोइया प्रकाश- ने 20 सितंबर को अदालत में आत्मसमर्पण किया था.