उत्तर भारत के कई राज्यों में स्वाइन फ्लू का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है. सैकड़ों लोग स्वाइन फ्लू से पीड़ित हैं, जबकि गुजरात, यूपी और राजस्थान को मिलाकर अब तक करीब 70 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. स्वाइन फ्लू के लगातार बढ़ते मामलों के बीच राजस्थान सरकार ने तमाम डॉक्टर्स की छुट्टियां रद्द कर दी हैं.
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ मीटिंग करने के बाद न केवल डॉक्टरों की छुट्टियां रद्द कर दीं, बल्कि स्वाइन फ्लू की टेस्ट की सुविधा निजी लैबोरेट्रीज में भी निशुल्क उपलब्ध कराने के आदेश दिए हैं.
राजस्थान में स्वाइन फ्लू की वजह से 65 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें से 25 अकेले जयपुर से हैं. राज्य के सीनियर मंत्री ग्रामीण विकास मंत्री गुलाब चंद कटारिया और राज्य के पूर्व सीएम अशोक गहलोत भी स्वाइन फ्लू की चपेट में आ चुके हैं.
राजस्थान के अलावा यूपी में भी स्वाइन फ्लू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. अब तक 27 लोगों का H1N1 वायरस का टेस्ट पॉजिटिव मिल चुका है, जिसमें से दो लोगों की मौत हो चुकी है. राज्य सरकार ने तमाम सरकारी अस्पतालों में जांच की सुविधा बढ़ाने के अलावा तमाम अस्पतालों में आपातकालीन सेवाओं को भी अलर्ट पर रखा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात में भी स्वाइन फ्लू के अब तक 355 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 161 लोगों का अभी भी इलाज चल रहा है. इनमें से 35 मामले बुधवार को दर्ज किए गए. सबसे ज्यादा 11 मामले कच्छ में सामने आए हैं, जबकि अहमदाबाद में 7 मामले सामने आए हैं. बुधवार को स्वाइन फ्लू के चलते 3 लोगों की मौत हो गई.