इन दिनों रणथम्भौर बाघ परियोजना क्षेत्र में वन्यजीवों की गिनती की जा रही है. इसकी शुरुआत साइन सर्वे के जरिए की गई है.
पार्क क्षेत्र में साइन सर्वे का काम 27 अप्रैल से शुरू किया गया है, जो 29 अप्रैल तक चलेगा. उसके बाद 30 अप्रैल से 4 मई तक ट्राजिंट लाइन के माध्यम से वन्यजीवों का सर्वे किया जाएगा. साथ ही विभाग कैमरे से फोटो 'ट्रैप' करके भी वन्यजीवों की गिनती करेगा. एनटीसीए द्वारा मई में वन्यजीवों की गणना की जाएगी, जो 60 दिनों तक चलेगी.
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि साइन सर्वे के दौरान बीट गार्ड अपने क्षेत्र में 5 किलोमीटर तक पैदल चलेगा. इस दौरान पार्क क्षेत्र में विचरण करने वाले वन्यजीवों के फुटमार्क जमा करेगा, जिससे वन्यजीवों के बारे में जानकारी मिल सके. उसके बाद ट्राजिट लाइन के माध्यम से सर्वे किया जाएगा.
रणथम्भौर नेशनल पार्क को 93 बीट में बांटा गया है. गणना के लिए हर रेंज में 20-20 गार्डों को प्रशिक्षण दिया गया है. वन्यजीवों की गणना के साथ ही पार्क की भौगोलिक स्थिति का पता लगाने के लिए कई उपकरण भी दिए जाएंगे. मॉनिटरिंग के लिए अधिकारी नियुक्त किए गए है.
वैसे तो हर साल पार्क क्षेत्र में वन्यजीवों की गणना की जाती है, मगर हर बार बाघों की संख्या को लेकर वनविभाग असमंजस में रहता है.