राजस्थान के उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की हत्या के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस-प्रशासन भी अलर्ट पर है. यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा, 'उदयपुर की घटना की आड़ में कोई भी जुलूस निकालना प्रतिबंधित किया गया है. कोई भी संगठन ज्ञापन देना चाहता है तो उसके दफ्तर जाकर हमारे अधिकारी ज्ञापन ले लेंगे. कल रात से ही ज्यादा सतर्कता बरती जा रही है.
एडीजी ने आगे कहा कि अशांति फैलाने वालों के खिलाफ तुरंत और सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. संवेदनशील इलाकों पर गश्त की जा रही है. यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि किसी भी धार्मिक स्थल से कोई छेड़छाड़ न हो. उन्होंने आगे कहा कि पहले भी कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने वालों पर सख्ती की गई है और आगे भी की जाएगी. सोशल मीडिया पर भी नजरें रखी जा रही हैं.
एडीजी प्रशांत कुमार ने आगे कहा कि कोई गड़बड़ी करता है तो उसपर कार्रवाई की पूरी तैयारी है. किसी को कोई समस्या है तो वह जिले में संबंधित जगहों पर ज्ञापन दे सकता है. कोई भी संगठन ऐसा कुछ न करे, जिससे आपसी कटुता बढ़े. हम पूरी तरह से अलर्ट हैं, जहां जरूरत है. वहां जिले स्तर पर धारा 144 भी लगाने का प्रावधान है.
दुकान में घुसकर की गई कन्हैयालाल की हत्या
कल (28 जून) को उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी. हत्या का आरोप मोहम्मद रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद पर है. वारदात के बाद राजस्थान में जगह-जगह बवाल शुरू हो गया था. शाम तक दोनों आरोपियों को पुलिस ने पकड़ लिया. बताया जा रहा है कि कन्हैयालाल के मोबाइल से नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट हुई थी. इसके चलते ही रियाज और गौस मोहम्मद ने उनकी हत्या कर दी.
पुलिस ने करा दिया था दोनों पक्षों में समझौता
11 जून को कन्हैयालाल के पड़ोसी नाजिम ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया था. पुलिस ने कन्हैयालाल को गिरफ्तार किया था. कोर्ट से उन्हें जमानत मिल गई थी. इसके बाद कन्हैयालाल ने 15 जून को पुलिस को पत्र लिखकर अपनी हत्या की आशंका जताई और सुरक्षा मांगी थी. इसके बाद कन्हैयालाल और उनके पड़ोसी के बीच पुलिस ने समझौता करा दिया था. कन्हैयालाल की उदयपुर में भूतमहल के पास सुप्रीम टेलर्स नाम से दुकान है. कन्हैयालाल ने करीब 6 दिन बाद मंगलवार को अपनी दुकान खोली थी. तभी आरोपियों ने उनका गला रेत दिया.